हापुड़ ब्रजघाट में गंगा स्नान के दौरान होने वाले हादसों अंकुश लगाने के लिए अब फ्लोटिंग जेटी का सहारा लिया जाएगा। इसके लिए डीएम ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। जल्द ही इस पर हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। जिसके बाद 2.46 करोड़ रुपये खर्च कर गंगा में बैरिकेडिंग की जाएगी।
जिले में ब्रजघाट पर तमाम त्योहारों व विशेष दिनों पर बड़ा गंगा स्नान होता है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान करते हैं। ऐसे में स्नान के दौरान डूबने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, कुछ को नाविक आदि बचा भी लेते हैं।
इसके पीछे की वजह यह है कि स्नान के दौरान श्रद्धालु आगे की तरफ चले जाते हैं और पानी का तेज बहाव होने के कारण डूब जाते हैं। इस प्रकार के तमाम मामले सामने आ चुके हैं। इन मामलों से निपटने के लिए लकड़ी की बल्लियों के सहारे कुछ जगह पर बैरिकेडिंग भी की गई है, लेकिन हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
जिसके बाद प्रशासन ने गंगा स्नान के दौरान होने वाले हादसों को रोकने के लिए फ्लोटिंग जेटी के जरिए बैरिकेडिंग की योजना बनाई है। हादसों पर अंकुश लगाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है।
वीआईपी घाट से शुरू होकर अंतिम संस्कार वाले घाट तक का करीब 750 मीटर का लंबा क्षेत्र है। इस क्षेत्र में घाट के आगे गंगा में दो लेयर में इसे बिछाया जाएगा। 750-750 मीटर की दो लेयर बनाई जाएंगी। वर्तमान में अयोध्या, वाराणसी आदि घाटों पर फ्लोटिंग जेटी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लगने से श्रद्धालु गहरे और तेज बहाव में स्नान करने नहीं जा सकेंगे।
जिला आपदा एवं प्रबंधक अधिकारी गजेंद्र सिंह- ने बताया की जिलाधिकारी ने पूर्व में प्रस्ताव् शासन को भेजा था। शासन से निर्णय के बाद ब्रजघाट में काम शुरू करा दिया जाएगा।