हापुड़ – जहां एक ओर देशभर में तेज़ गर्मी और लू का कहर जारी है, वहीं बाबूगढ़ थाना पुलिस ने इंसानियत और सेवा की नई मिसाल पेश की है। रविवार को बाबूगढ़ पुलिस द्वारा थाने के बाहर एक विशेष शिविर लगाया गया, जिसमें आने-जाने वाले राहगीरों, मज़दूरों और यात्रियों को शीतल और मीठा पेयजल वितरित किया गया। यह पहल उस समय और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब तापमान 45 डिग्री के पार हो और लोग चिलचिलाती धूप में बेहाल हों।
खाकी वर्दी का मानवीय चेहरा
अक्सर लोगों के मन में पुलिस की छवि सख्ती से जुड़ी होती है, लेकिन बाबूगढ़ प्रभारी विजय गुप्ता ने यह साबित कर दिया कि वर्दी के पीछे भी एक संवेदनशील दिल धड़कता है। सैकड़ों राहगीरों को रोक-रोककर जब पुलिसकर्मियों ने अपने हाथों से शीतल जल पिलाया, तो वह केवल प्यास ही नहीं बुझा रहे थे, बल्कि एक भरोसे और अपनत्व की मिसाल भी कायम कर रहे थे।
थाना परिसर बना सेवा का केंद्र
पुलिसकर्मियों ने किसी आयोजन या प्रचार के लिए नहीं, बल्कि सच्चे मानवीय भाव से यह पहल की। बस, कार और बाइक से गुजर रहे यात्रियों को भी रोका गया और उन्हें मीठा पानी पिलाया गया। राहगीरों ने थाने के सामने लगी इस छांव और शीतल जल की व्यवस्था को देखकर पुलिस है तो सुरक्षित हैं जैसे भावों से भरी प्रतिक्रियाएं दीं।
जनता की प्रतिक्रिया
एक महिला मजदूर सावित्री देवी ने कहा, इस भीषण गर्मी में जब पानी ढूंढना मुश्किल हो रहा है, पुलिस वाले खुद आगे आकर हमें पानी पिला रहे हैं, ये हमारे लिए बहुत बड़ी बात है।
वहीं एक बाइक सवार युवक आकाश शर्मा ने कहा, मैंने पहली बार देखा कि पुलिस खुद पानी पिलाकर लोगों को राहत दे रही है। इससे बड़ा समाजसेवा का उदाहरण क्या होगा।
थानाध्यक्ष बाबूगढ़ का संदेश
इस मौके पर थानाध्यक्ष बाबूगढ़ विजय गुप्ता ने कहा, हमारा उद्देश्य केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की भलाई भी सुनिश्चित करना है। इस भीषण गर्मी में यदि हमारा यह छोटा प्रयास किसी के चेहरे पर मुस्कान ला सके, तो यही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
एक प्रेरक संदेश
बाबूगढ़ पुलिस की यह पहल उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो मानते हैं कि सेवा केवल किसी संस्था या NGO का कार्य है। जब खाकी वर्दी जनसेवा की भावना से ओतप्रोत हो जाए, तो समाज में सकारात्मकता और विश्वास की बुनियाद और भी मजबूत होती है। बाबूगढ़ पुलिस की यह सराहनीय पहल यह दर्शाती है कि उत्तर प्रदेश पुलिस केवल कानून की रखवाली नहीं करती, बल्कि मानवता की भी प्रहरी है। और यही कारण है कि आमजन के बीच पुलिस का सम्मान और भरोसा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।