हापुड़ में डग्गामार वाहन बखौफ होकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं। डग्गमार वाहनों के कारण जहां रोडवेज विभाग को लाखो रूपए महीना की चपत लग रही है।मेरठ रोड स्थित रोडवेज बस डिपो के बाहर से लोकल मार्गों पर ऑटो, मैजिक व अन्य छोटे वाहनों के संचालन से डिपो को प्रत्येक माह लाखों रुपये की चपत लग रही है। अधिकारियों द्वारा शिकायत के बाद भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
हापुड़ डिपो से विभिन्न मार्गों पर 115 बसों का संचालन होता है, जिससे रोजाना करीब 17 लाख रुपये की आमदनी होती है। लोकल मार्ग पर डिपो से मोदीनगर मार्ग व किठौर मार्ग पर करीब 20 बसों का संचालन किया जाता है। जहां से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं।
लेकिन डिपो गेट के बाहर खड़े ऑटो व मैजिक चालक इन मार्ग के यात्रियों को बसों तक पहुंचने ही नहीं देते और जल्दी पहुंचाने का आश्वासन देकर अपने वाहनों में बैठा लेते हैं। डग्गामार वाहन रोडवेज बस को खूब चपत लगा रहे हैं। रोडवेज के रूठ पर यह सवारियां ढो रहे हैं। खासतौर पर मेरठ रोड पर ऑटो, मैजिक व अन्य छोटे डग्गामार वाहन प्रतिदिन खूब दौड़ रहे हैं।
इस संबंध में लोग डिपो अधिकारी ट्रैफिक पुलिस व एआरटीओ से भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कार्यवाही नहीं हो रही है। आए दिन इस तरह की स्थिति बनी रहती है। ऐसे छोटे वाहनों के संचालन से डिपो को प्रत्येक माह लाखों रुपये की चपत लग रही है। एआरटीओ रमेश चौबे का कहना है कि अधिकारियों की शिकायत के बाद ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की जा चुकी है। अभियान चलाकर कार्यवाही की जाएगी।