आईएसआई हैंडलरों के लिए सेना से जुड़े युवा निशाने पर हैं। एटीएस ने 2003 के बाद से हापुड़ के अलावा मेरठ, मुजफ्फरनगर व आसपास के जिलों में 12 से अधिक जासूसों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजे हैं। इनमें सेना से जुड़े लोग ज्यादा हैं।
हापुड़ में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पिछले दो दशकों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी जड़े जमाने का प्रयास कर रही है। हापुड़ के अलावा मेरठ, मुजफ्फरनगर व आसपास के जिलों में जासूसी करने वाले 12 से अधिक जासूस एटीएस ने 2003 से अब तक गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजे हैं। आईएसआई हैंडलरों के लिए सेना से जुड़े युवा निशाने पर हैं। इनमें सेना से जुड़े लोग ज्यादा हैं।
हापुड़ में आठ जनवरी 2021 में बिहुनी निवासी सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी के बाद एटीएस की तीन साल बाद जिले में एक बार फिर जासूस सतेंद्र को गिरफ्तार कर खलबली मचा दी है। थोड़ से लालच में युवाओं के बहकने के बाद लोग सकते हैं। गंभीर बात है कि आईएसआई ऐसे युवाओं को टार्गेट कर यहां अपनी जड़े जमाने का प्रयास कर रही है। आईएसआई का पिछले दो दशकों से यह प्रयास जारी है। हापुड़ और आसपास के जिलों से 12 से अधिक लोग जासूसी के आरोप में पकड़े हैं। जिनमें सेना से जुड़े लोगों की तादात भी अच्छी खासी है। सतेंद्र की गिरफ्तारी के बाद अन्य जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं और निगरानी बढ़ा दी गई है।
2003 के बाद जासूसी में गिरफ्तारियां
- 3 जनवरी 2024 : हापुड़ के गांव श्यामपुर निवासी दूतावास कर्मी सतेंद्र गिरफ्तार
- 8 जनवरी 2021: हापुड़ में पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया
- 19 अक्तूबर 2018: मेरठ कैंट जवान कंचन को एटीएस ने गिरफ्तार किया
- 27 नवंबर 2015: एसटीएफ ने मेरठ कैंट से आईएसआई एजेंट एजाज को गिरफ्तार किया
- 16 अगस्त 2014: मेरठ से संदिग्ध आईएसआई एजेंट आसिफ अली को गिरफ्तार किया
- 10 जनवरी 2009: सहारनपुर से आईएसआई एजेंट आमिर अहमद को गिरफ्तार
- 10 मार्च 2005: मेरठ से खलील हुसैन शाह आईएसआई एजेंट गिरफ्तार
- 18 अप्रैल 2004: मेरठ से आईएसआई एजेंट रूबी बेगम गिरफ्तार
- 14 मार्च 2003: मुजफ्फरनगर से जैश के मोहम्मद के दो आतंकी सज्जाद और इत्तिफाकुल गिरफ्तार