जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में खादर मेले में लगने वाले मेरठ सेक्टर का क्षेत्र गत वर्षों के मुकाबले इस बार कम हो गया है। जिससे मेला स्थल में आकर मेरठ सेक्टर में पड़ाव डालने वाले श्रद्धालुओं को पर्याप्त स्थान नहीं मिल सकेगा।
सहारनपुर के टेंट व्यापारी राजकुमार ने बताया कि मेरठ सेक्टर में इस बार कोई खास स्थान नहीं मिल पा रहा है। वहां मौजूद लोगों ने कहा कि प्रशासन को टापू पर श्रद्धालुओं के पड़ाव के लिए अस्थाई पुल का निर्माण करना होगा, अन्यथा डेरा डालने के लिए परेशानी होगी।
मेला स्थल पर मेरठ सेक्टर की तरफ गंगा अधिक भू-कटान कर रही है, जिससे वहां पर बसने वाले करीब 15 लाख श्रद्धालुओं को पर्याप्त स्थान नहीं मिल पाएगा। क्योंकि गंगा लगातार गंगा भू-कटान कर रही है।
बता दें कि कार्तिक मेला करीब 6 किलोमीटर के क्षेत्रफल में बसता है। जिसमें शामली, बड़ौत, बागपत, मुज्जफरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली, हरियाणा, बुलंदशहर के लाखों श्रद्धालु की पहली पसंद मेरठ सेक्टर में बसने की होती है। लेकिन इस बार कोई खास जगह नहीं मिल पाएगी। मेरठ सेक्टर में टापू पर पुल की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में श्रद्धालु टापू पर जाने का प्रयास करेंगे, जिससे गहरे जल में डूबने की घटनाएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में अस्थाई पुल न बनने से दुर्घटना की संभावना हो सकती है। ऐसे में मेला प्रशासन को इस तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है।
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा- ने बताया की भू-टकान के कारण मेरठ सेक्टर का क्षेत्रफल घटता जा रहा है, इस संबंध में उच्चाधिकारियों से वार्ता कर समाधान निकाला जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी न हो सके।