पिछले तीन दिन से मोदीनगर रोड स्थित आदर्श नगर की सप्लाई ठप पड़ी है। तीन दिन में तीन बार ट्रांसफार्मर बदलने के बाद भी आपूर्ति बहाल नहीं हो पा रही थी। इससे गुस्साएं लोगों ने शनिवार की रात मोदीनगर रोड स्थित फ्लाईओवर पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर पुलिस- प्रशासन में हड़कंप मच गया।
बता दें कि इन दिनों भीषण गर्मी में बिजली कटौती और लॉ वोल्टेज से आमजन त्रस्त है। नगर के मोदीनगर रोड स्थित आर्दश नगर में विद्युत निगम का 63 केवी का ट्रांसफार्मर रखा था। लेकिन तीन दिन पहले यानी गुरूवार को ट्रांसफार्मर ओवर लोड होने की वजह से फूंक गया। रातभर लोगों को बिजली ट्रिपिंग की समस्या झेलनी पड़ी।
तीन दिन में तीन बार ट्रांसफार्मर को बदला गया। इसमें एक बार ट्रांसफार्मर को 63 केवी से 100 केबी भी किया गया। लेकिन फिर लीड फूंकने की वजह से आपूर्ति बाधित हो गई। भीषण गर्मी में तीन दिन बिजली न मिलने से उपभोक्ता बिलबिला गए। बूंद बूंद पानी को तरस गए। लेकिन विद्युत विभाग के अफसर सप्लाई बहाल करने में विफल रहे।
इस पर शनिवार की रात उपभोक्ता का गुस्सा फूट गया। उन्होंने मोदीनगर रोड पर जाम लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सड़कों पर उतरे लोगों की वजह से मोदीनगर रोड की तरफ से आने वाले और मेरठ रोड से मोदीनगर रोड पर जाने वाले वाहनों के पहिए थम गए। सभी वाहनों का आवागमन बंद हो गया।
इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन लोग नहीं मानें और विद्युत विभाग पर आरोप लगाते रहे। इससे सड़क पर वाहनों की लंबी लंबी कतार लग गई।
इसके बाद विद्युत निगम के अफसर मौके पर पहुंचे और उन्होंने बिजली बहाल कराने का आश्वासन दिया। तब जाकर लोगों ने सड़क को खाली किया। इसके करीब ढाई घंटे बाद सप्लाई बहाल हो सकीं।
हापुड़ डिवीजन के अधिकारी व कर्मचारी रिश्वत मांगने को लेकर भी काफी चर्चित रहते है। अब मोदीनगर रोड स्थित आर्दश नगर कालोनी के ट्रांसफार्मर फूंकने के बाद लोगों ने निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों पर पांच हजार की रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि निगम रिश्वत को सुविधा शुल्क के रूप में वसूल करता है।
एसई विद्युत निगम यूके सिंह- ने बताया की आर्दश नगर का ट्रांसफार्मर फूंकने की वजह से सप्लाई बाधित हो रही थी। ट्रांसफार्मर को बदलवाकर दुरूस्त कर दिया है। अगर किसी अधिकारी या कर्मचारी ने ट्रांसफार्मर बदलने के नाम पर सुविधा शुल्क मांगा है, तो इसकी जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।