हापुड़ – शहर में दलित और ब्राह्मण समाज के दो पक्षों के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। सोमवार को ब्राह्मण समाज के लोग भारी संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी सैंकी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करते हुए आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर मामले में लापरवाही बरत रहा है।
भगवान परशुराम और अंबेडकर पर अभद्र टिप्पणी को लेकर शुरू हुआ विवाद
विवाद की जड़ में दो अलग-अलग समुदायों के बीच सोशल मीडिया और व्यक्तिगत कहासुनी से उपजे आरोप हैं। ब्राह्मण समाज के बिजेंद्र शर्मा ने बताया कि दलित समाज के युवक सैंकी ने न केवल भगवान परशुराम के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया, बल्कि ब्राह्मण समाज के लोगों को भी गालियां दीं। वहीं, दूसरी ओर तरुण शर्मा पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर अभद्र टिप्पणी का आरोप लगाते हुए पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
तरुण शर्मा का अपहरण और जानलेवा हमला, आईसीयू में भर्ती
बिजेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया कि सैंकी और उसके साथियों ने तरुण शर्मा को उस समय अगवा कर लिया जब वह ऑटो से कहीं जा रहा था। आरोप है कि उसे सुनसान जगह ले जाकर बेरहमी से पीटा गया और उसकी जेब से ₹5500 भी लूट लिए गए। हमले के बाद उसे अधमरी हालत में छोड़ दिया गया। गंभीर रूप से घायल तरुण को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह कई दिनों तक आईसीयू में रहा। फिलहाल भी उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
परिजनों ने साधारण धाराओं में मुकदमा दर्ज करने पर जताई नाराजगी
तरुण शर्मा की मां ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे की हालत बेहद गंभीर है, इसके बावजूद पुलिस ने मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि आरोपी सैंकी खुलेआम परिवार को धमकी दे रहा है, लेकिन पुलिस अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रही।
जिलाधिकारी से की उच्च धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग
ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी अभिषेक पांडे से मिलकर सैंकी और उसके साथियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने, धाराएं बढ़ाने और पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।