गांवों में लगी स्ट्रीट लाइट और आवास बोर्ड में करोड़ों के घपले का लगाया आरोप, बोर्ड बैठक में होने पर भी जताई नाराजगी।
जनपद हापुड़ के गांवों में लगी स्ट्रीट लाइट और आवास बोर्ड में करोड़ों के घपले का आरोप लगाते हुए बुधवार को 11 जिला पंचायत सदस्य कलक्ट्रेट पहुंचे। डीएम को ज्ञापन सौंपकर, जांच कराने की मांग उठाई।
वार्ड नंबर सात से पंचायत सदस्य पति कुंवरपाल यादव ने बताया कि जिला पंचायत ने गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य किया जा रहा है। आरोप लगाया कि जिन लाइट की कीमत बाजार में महज 300 से 400 रुपये हैं, उन लाइटों पर फर्जी कंपनी का टैग लगाकर 3500 रुपये तक के बिल बनाए हैं। गांवों में इस तरह की हजारों लाइट लगाई गई हैं, जिनकी गुणवत्ता भी बेहद खराब है।
वार्ड नंबर 19 से जिला पंचायत सदस्य सुमित शिशौदिया ने कहा कि जिला पंचायत सदस्यों के आवास बोर्ड लगाए हैं, जिनकी बाजार में कीमत लगभग चार से पांच हजार रुपये है, लेकिन इन बोर्ड के 33 हजार रुपये तक के बिल बनाए हैं। इस तरह सरकारी पैसे का दुरुपयोग जिले के विकास को पीछे छोड़ रहा है।
वार्ड नंबर 16 से जिला पंचायत सदस्य पति सुरेश तोमर और वार्ड 12 से विकास चौधरी ने आरोप लगाया कि पिछले दस महीने से बोर्ड बैठक नहीं हुई है। ऐसे में उनके साथ पक्षपात हो रहा है।
वार्ड 9 से अर्जुन जाटव ने बताया कि जो पंचायत सदस्य विपक्ष में हैं, उनके क्षेत्र में कोई कार्य नहीं हो रहा है। ऐसे में ग्रामीणों को जवाब दे पाना भी मुश्किल हो रहा है। इस मामले की उचित जांच कर, सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। इन मांगों को लेकर जिला पंचायत सदस्यों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने वालों में कुंवरपाल यादव, रुचि यादव, सुमित शिशौदिया, भावना वाल्मीकि, अर्जुन जाटव, डॉ. तमकीन, ममता जाटव, शिखा तोमर, रविंद्र कुमार, नसीरन जहां आदि मौजूद रहे।