हापुड़। भीषण गर्मी के बीच जिले में बुखार के बाद कान और गले के संक्रमण के मामलों में तेज़ी से इज़ाफा हो रहा है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में प्रतिदिन 250 से 300 मरीज ईएनटी (कान, नाक और गला) से संबंधित शिकायतों के साथ पहुंच रहे हैं।
बच्चों और बुजुर्गों में बढ़ रहा खतरा
सीएचसी की ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. मोहिनी सिंह के अनुसार, छोटे बच्चों में टॉन्सिल में सूजन और वयस्कों में ओटाइटिस मीडिया (कान में संक्रमण) की शिकायतें आम हो गई हैं। कुछ मामलों में ओटोमाइकोसिस (फंगल संक्रमण) भी देखने को मिल रही है।
गलत आदतें बना रही संक्रमण का कारण
चिकित्सकों का कहना है कि तेज़ धूप से लौटकर ठंडा पानी पीना या आइसक्रीम खाना शरीर के लिए हानिकारक सिद्ध हो रहा है। इससे सर्दी-जुकाम और फिर संक्रमण के लक्षण तेजी से फैल रहे हैं।
जानलेवा भी हो सकता है संक्रमण
डॉ. मोहिनी सिंह ने चेताया कि टॉन्सिल पर यदि ग्रे या सफेद रंग की झिल्ली जम जाए, तो यह सांस नली को प्रभावित कर सकता है और समय से इलाज न होने पर यह स्थिति जानलेवा हो सकती है।
✅ डॉक्टरों की सलाह:
धूप से आने के तुरंत बाद ठंडा पानी या आइसक्रीम न लें
बुखार या जुकाम की स्थिति में तुरन्त चिकित्सकीय परामर्श लें
बच्चों में टॉन्सिल या कान की शिकायत को हल्के में न लें