हापुड़। हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण की 72वीं बोर्ड बैठक मेरठ में मंडलायुक्त हृषिकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता में शुक्रवार को संपन्न हुई। बैठक में कुल 15 प्रस्तावों में से 13 को मंजूरी मिल गई, जबकि दो प्रस्तावों को पुनः समीक्षा के लिए अगली बैठक तक टाल दिया गया।
बैठक में सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव आनंद विहार के ब्लॉक-एच में आठ साल से अधूरी पड़ी 152 एमआईजी और 64 एचआईजी फ्लैटों का निस्तारण था। इन अर्द्धनिर्मित फ्लैटों को केंद्र सरकार की एनबीसीसी संस्था को सौंपा जाएगा, जो इनका विक्रय कर परियोजना को नया स्वरूप देगा। इससे क्षेत्र में निर्माण कार्य को गति मिलेगी और लंबे समय से रुकी परियोजना पूरी होगी।
बैठक में भू-परिवर्तन के छह प्रस्तावों में से पांच को मंजूरी दी गई, जबकि गांव दोयमी में आवासीय से कृषि भू-उपयोग परिवर्तन का प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया। इसके अलावा, प्राधिकरण की समस्त परियोजनाओं के लिए इंजीनियरिंग कंसलटेंट और थर्ड पार्टी क्वालिटी इंस्पेक्शन के प्रस्ताव को भी पास नहीं किया गया।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. नितिन गौड़ ने बताया कि एनबीसीसी के साथ अनुबंध के तहत प्राधिकरण को लागत, लाभ और अन्य शुल्क प्राप्त होंगे। इसके अलावा, हापुड़ महायोजना-2031 के तहत जोनल प्लान तैयार करने का भी प्रस्ताव मंजूर हुआ।
बैठक में जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय, सचिव तेजवीर सिंह, और टीपी राजीव रत्न शाह समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।