हापुड़/ब्रजघाट। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के बाद अधिकारी निगरानी कर रहे है। बाढ़ चौकियों को सतर्क किया गया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। रविवार को बिजनौर बैराज से 83 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिसके सोमवार तक ब्रजघाट पहुंचने की उम्मीद है, जिसको लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया। बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी में जुट गया है। गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रखते हुए लाइफ सेविंग जैकेट की व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है। पहाड़ों और स्थानीय क्षेत्रों में लगातार रुक-रुककर बरसात हो रही है। इस कारण ब्रजघाट में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, पानी ने अभी खतरे के निशान को पार नहीं किया है, लेकिन प्रशासन अलर्ट मोड में है।
जलस्तर बढने के साथ ही ग्रामीणों व पशुओं को सुविधाएं पहुंचानी शुरू कर दी जाएंगी। इसके लिए गढ़ तहसील के अधिकारियों को जलस्तर पर निगरानी के निर्देश जारी किए गए हैं। बिजनौर बैराज से छोड़े जाने वाला पानी जिले में पहुंचता है। बरसात के बाद अब लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। रविवार को 70 के बजाय 83 क्यूसेक पानी बिजनौर बैराज से छोड़ा गया। जिससे गंगा का जलस्तर चार सेंटीमीटर तक बढने की संभावना है।
फिलहाल गंगा का जलस्तर 196.50 मीटर से बढकर 197.20 मीटर (समुद्र तल से) के निशान पर पहुंच गया है। बिजनौर से गंगा में किए जा रहे डिस्चार्ज के चलते गंगा के जलस्तर में में तीन दिनों में 70 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जलस्तर बढने पर हर बार दर्जनों गांवों का संपर्क टूट जाता है। इसलिए इस बार पहले से ही तैयारी की जा रही हैं। प्रशासन का सबसे अधिक ध्यान ग्रामीणों की जान बचाने और पशुओं का ख्याल रखने पर रहेगा।
एडीएम संदीप कुमार- ने बताया की गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। जलस्तर बढने पर ग्रामीणों को हर समय मदद पहुंचाने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई हैं।