जनपद हापुड़ के पिलखुवा में शातिर ने मोबाइल नंबर पोर्ट करा साइबर अपराध के माध्यम से 17 हजार रुपये बैंक खाते से निकाल लिए। पीड़ित विनीत कुमार ने थाने पर तहरीर देकर पुलिस से कार्यवाही की मांग की है।
भारत में साइबर अपराधों में काफी विविधता आयी है। ‘तू डाल-डाल, मैं पात-पात’ की तर्ज पर अपराधी अब नये-नये तरीकों से साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। जगह- जगह साइबर अपराध के मामलों की संख्या में वृद्धि हो रही है। टेक्नोलॉजी युग में आपका डेटा सुरक्षित नहीं है। ये आपके हाथ में रखे मोबाइल में पासवर्ड के बाद भी उड़ाया जा रहा है। इतना ही नहीं कई लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी होने के बाद पता चलता है कि उनके साथ ठगी हुई है।
ऐसे ही रजनी विहार मोहल्ला निवासी विनीत कुमार ने थाने पर तहरीर देते हुए बताया कि पेटीएम आई कार्ड गले में लटका एक युवक 21 दिसंबर को उसके पास आया पेटीएम कर्मी बताते हुए एप डाउनलोड करने के बहाने फोन लिया। 25 दिसंबर को उनका नंबर बंद हो गया, जानकारी करने पर पता चला कि वह नंबर जीओ में पोर्ट हो गया है।
शक होने पर बैंक खाते की जांच कराई तो चार बार में 17 हजार रुपये निकाले जा चुके थे। सीओ पिलखुवा अनीता चौहान ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है, मामला साइबर अपराध से जुड़ा है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है, जल्द ही गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।