गंदू नंगला, हापुड़ जनपद के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव गंदू नंगला में बुधवार देर रात दो युवकों द्वारा घर की छत से अवैध हथियारों से की गई फायरिंग से गांव में दहशत फैल गई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक आरोपी भारतीय सेना में तैनात जवान है।
🔫 वर्चस्व के लिए चलाई गोलियां
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी गांव में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए फायरिंग कर रहे थे।
- गिरफ्तार युवक: सत्यम सिंह व शिवम सिंह, निवासी – गांव गंदू नंगला
- बरामद हथियार: एक पौनिया (देसी राइफल), एक तमंचा और दो कारतूस
🪖 सेना का जवान निकला आरोपी
- शिवम सिंह, वर्ष 2018 में 11 जाट रेजिमेंट, बरेली के माध्यम से सेना में भर्ती हुआ था।
- वर्तमान में वह कश्मीर के सोनमर्ग में तैनात है और चार दिन पहले ही छुट्टी पर गांव आया था।
- पिता भी सेना से रिटायर्ड हैं।
🕙 ग्रामीणों ने रात 11 बजे दी सूचना
- बुधवार रात करीब 11 बजे, गांव के कुछ लोगों ने 112 नंबर पर कॉल कर फायरिंग की सूचना दी।
- सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मनोज कुमार और डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और मकान को घेरकर दोनों को दबोच लिया।
🗣️ पुलिस का बयान
“दोनों आरोपी छत पर चढ़कर वर्चस्व के लिए फायरिंग कर रहे थे। फायरिंग से गांव में दहशत फैल गई थी। हथियार बरामद कर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।”
– विनीत भटनागर, अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी), हापुड़
![]()
⚖️ कानून के तहत कार्यवाही
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ अवैध हथियार रखने, सार्वजनिक शांति भंग करने, और धमकी देने जैसी धाराओं में केस दर्ज किया है।
📌 मुख्य तथ्य एक नजर में:
बिंदु | विवरण |
---|---|
स्थान | गांव गंदू नंगला, थाना बहादुरगढ़ |
गिरफ्तार व्यक्ति | सत्यम और शिवम (सगे भाई) |
पेशा | शिवम – सेना में जवान (तैनाती: सोनमर्ग, कश्मीर) |
बरामदगी | 1 पौनिया, 1 तमंचा, 2 कारतूस |
आरोप | फायरिंग कर गांव में वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश |
⚠️ क्या कहता है कानून?
- आर्म्स एक्ट के तहत अवैध हथियारों की बरामदगी एक गंभीर अपराध है।
- सेना का जवान होने के बावजूद, आरोपी पर सिविल पुलिस के तहत मामला दर्ज होगा।
🧭 निष्कर्ष:
यह घटना केवल एक अपराध नहीं, बल्कि वर्दी की गरिमा पर भी सवाल खड़ा करती है। सेना जैसे अनुशासित बल से जुड़े जवानों से इस तरह की घटनाएं समाज और देश दोनों के लिए चिंताजनक हैं।