📍 हापुड़ | बाबूगढ़ थाना क्षेत्र | बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के उपैड़ा गांव में बुधवार को दिनदहाड़े महिला से नकाबपोश बदमाशों द्वारा लूट की सूचना पुलिस को मिली, लेकिन जांच के बाद मामला फर्जी निकला। दरअसल, लूट की यह कहानी एक पिता-पुत्र द्वारा कर्जदाताओं की सहानुभूति पाने के लिए गढ़ी गई थी।
ग्राम प्रधान चुनाव से हुआ था कर्ज
सीओ जितेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गांव निवासी सुरेंद्र वर्ष 2021 में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा था, जिसमें वह हार गया। चुनाव प्रचार में खर्च होने के कारण उस पर करीब 9 लाख रुपये का कर्ज चढ़ गया। अब कर्जदाता उससे लगातार तकादा कर रहे थे।
बैंक से पैसे निकालकर खुद रची लूट की स्क्रिप्ट
बुधवार दोपहर करीब 12:15 बजे सुरेंद्र अपनी पत्नी राकेश और पुत्र कपिल के साथ गांव स्थित इंडियन बैंक से 1.10 लाख रुपये निकालकर लाया। इनमें से ₹90,000 गांव की एक महिला को दे दिए, जबकि ₹20,000 घर के खर्च के लिए रखे।
सुरेंद्र की पत्नी उस महिला के साथ एक स्वयं सहायता समूह चलाती हैं, जिससे ये पैसे संबंधित थे। इसके बाद तीनों ने योजना के अनुसार घर पहुंचकर अलमारी का सामान बिखेर दिया और पुत्रवधू से लूट का शोर मचवाया।
📞 डायल 112 पर कॉल, फिर खुला राज
घटना की सूचना सुरेंद्र के बेटे कपिल ने डायल 112 पर कॉल कर दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो गहराई से जांच शुरू की। जल्द ही लूट की कहानी में झोल नजर आया, और पूछताछ में सारा सच सामने आ गया।
⚠️ पुलिस की चेतावनी
सीओ जितेंद्र शर्मा ने बताया कि मामला पूरी तरह से मनगढ़ंत और झूठा था। पुलिस ने फिलहाल पिता-पुत्र को कड़ी चेतावनी देकर छोड़ दिया, लेकिन दोबारा इस तरह की हरकत करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
📌 संपादकीय टिप्पणी:
झूठी घटनाओं की सूचना देना एक दंडनीय अपराध है, जिससे न केवल पुलिस संसाधनों का दुरुपयोग होता है बल्कि वास्तविक पीड़ितों को न्याय मिलने में भी बाधा आती है। समाज में भरोसा बनाए रखने के लिए ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
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