जनपद हापुड़ में जीएसटी एसआईबी की टीम ने शुक्रवार को बुलदंशहर रोड स्थित रेगुलेटर बनाने वाली फैक्ट्री पर कर चोरी को लेकर छापा मारा। 20 सदस्य टीम ने मौके पर मिले मौजूद दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया।
देर रात तक चली कार्यवाही में एक करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ में आई है। मालिक द्वारा 20 लाख रुपये मौके पर ही जमा किए गए। हालांकि कार्यवाही अभी भी जारी है। इस दौरान व्यापारियों में हड़कंप मच गया। सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात रहा। यह फैक्टरी मोहल्ला खाई निवासी बसपा सभासद अब्दुल मलिक की है।
यहां एलपीजी गैस सिलिंडर के रेगुलेटर बनाए जाते हैं। टीम ने यहां पहुंचते ही दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया। टीम ने मौके पर मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ करते हुए फैक्टरी मालिक को मौके पर बुलाया, लेकिन काफी देर तक मालिक फैक्टरी नहीं पहुंचा। जिसके बाद अधिकारियों ने जांच शुरू की।
एडिशनल कमिश्नर गौरव राजपूत ने बताया कि फैक्टरी में काफी संख्या में माल बरामद हुआ है, जिनके दस्तावेज मांगे गए हैं। इसके अलावा अन्य दस्तावेजों को जब्त कर जांच की जा रही है।
शाम तक जांच में करीब 1 करोड़ से अधिक की कर चोरी पाई गई है। फर्जी बिलों के माध्यम से खरीद फरोख्त मिली है, जिसके आधार पर यह कर चोरी की गई है।
कुल कितने की टैक्स चोरी की गई है, इसका आंकलन किया जा रहा है। आंकलन पूरा होने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। टीम में रंजय कुमार सिंह, निहारिका चौधरी भी शामिल रहे।
शुक्रवार को बुलंदशहर रोड स्थित आईएमआईटी कालेज के पास मेक इंडस्ट्रीज नाम से रेगुलेटर बनाने की फैक्ट्री है। जिसके मालिक सभासद अब्दुल मलिक हैं। दिन निकलते ही जीएसटी के अफसरों की गाड़ियां उनकी फैक्ट्री पर पहुंच गई।
उपायुक्त ब्रजेश दीपांकर के नेतृत्व में अफसरों ने घेराबंदी करते हुए दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया। अफसरों के अनुसार फैक्ट्री द्वारा बोगस बिल से माल खरीदकर टैक्स चोरी की जा रही थी। इस दौरान गहनता से दस्तावेजों की जांच पड़ताल की गई।