हापुड़ जिले में ऊर्जा निगम औद्योगिक फीडरों का विस्तार करेगा, साथ ही लाइनें और संसाधन बढ़ाए जाएंगे। 15 अप्रैल तक अनुरक्षण और सर्वे का कार्य किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। अधिक लोड वाले फीडरों पर नए संयोजन लगेंगे, साथ ही वीसीबी मशीनें और अन्य उपकरण ठीक कराकर, टीमों को जिम्मेदारियां दी जाएंगी।
जिले में ऊर्जा निगम के तीन डिवीजन हापुड़, पिलखुवा और गढ़मुक्तेश्वर हैं। हापुड़ डिवीजन से धीरखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र, दिल्ली रोड, ततारपुर बाईपास, पिलखुवा डिवीजन से पिलखुवा और धौलाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र को सप्लाई मिलती है। आठ से अधिक फीडर उद्योगों के लिए हैं, जिनसे बड़े पैमाने पर निगम को राजस्व मिलता है। लेकिन गर्मियों में अक्सर ओवर लोडिंग, ट्रिपिंग और लॉ वोल्टेज की समस्या इन फीडरों पर बनी रहती है।
उद्योग बंधुओं की बैठक में भी बिजली की समस्याओं को रखा जाता है। निगम के अधिकारियों ने गर्मियों से पहले ही इन फीडरों का अनुरक्षण करने का निर्णय लिया है। एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक टीमें हर फीडर की सघनता से जांच करेंगी। जर्जर लाइनों की बदली होगी, नए संयोजन लगाने के साथ ही फीडरों का विस्तार भी किया जाएगा। जिससे उद्यमियों को लाभ मिलेगा।
ऊर्जा निगम शेड्यूल के अनुसार जिला स्तर पर 24, तहसील स्तर पर 22 और ग्रामीण स्तर पर 18 घंटे सप्लाई को व्यवस्थित करने के लिए नई पहल शुरू कर रहा है। किसी भी क्षेत्र में फाल्ट आदि के कारण 15 मिनट से ज्यादा सप्लाई बाधित न रहे, इसके लिए टीमों के गठन के साथ साथ फाल्ट वाले स्थानों पर चौकियां स्थापित कराएगा। ताकि 15 मिनट के अंदर ही सप्लाई चालू हो जाए।
अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार- ने बताया की औद्योगिक क्षेत्रों को निर्बाध सप्लाई देने के लिए 15 अप्रैल तक फीडर, लाइन, मशीनों की स्थिति का सर्वे करते हुए रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिन संसाधनों की जरूरत होगी उन्हें पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा रोस्टर के अनुसार जिले को निर्बाध सप्लाई मिलेगी।