जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में अल्लाह की इबादत के लिए रखे जाने वाले रमजान मधुमेह रोगी और गर्भवती रोजेदारों का इम्तिहान लेंगे। उन्हें अपने खाने से लेकर दवाओं तक का खास ध्यान देना होगा।
गढ़ सीएचसी प्रभारी डॉ. दिनेश भारती का कहना है कि मधुमेह के रोगी, जो रमजान में रोजा रखना चाहते हैं, उन्हें दवाओं की डोज और समय में बदलाव करना होगा। रमजान में रोजेदारों को खाने के समय के हिसाब से दवा लेनी चाहिए। क्योंकि खाली पेट रहने से मधुमेह कम होने का खतरा अधिक रहता है। उन्होंने बताया कि इफ्तार के समय दवा की मात्रा अधिक लें। सेहरी से तीन घंटे पहले दवा लें।
खाने के वक्त के मुताबिक चिकित्सक की सलाह से इंसुलिन लेने का समय और डोज निर्धारित करनी चाहिए। चिकनाई वाली चीजों से परहेज करें और अनावश्यक धूप में जाने से बचें। उन्होंने बताया कि रमजान में मधुमेह की तरह बीपी के मरीजों को भी सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि गर्मी अधिक होने से खूब पसीना आता है, इससे रोजेदार के शरीर से नमक की कमी आ जाती है। जिससे ब्लड प्रेशर लो होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
मधुमेह वाले रोजदारों के लिए सहरी बहुत जरूरी है। सहरी में मल्टीग्रेन, ओट्स, दलिया, फल, हरी सलाद का इस्तेमाल अधिक करे। रोजे के दौरान खानपान में लापरवाही से मधुमेह रोगियों को कमजोरी के साथ दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर रखने के लिए शरीर को मजबूत रखना बहुत जरूरी है।
रमजान के महीने में मुस्लिम भाई-बहन रोजा रख अपना फर्ज अदा करते हैं, जो कि अपने आप बेहद कड़ा इम्तिहान साबित होता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए रोजा रखना मुश्किलों का सबब बन सकता है। लेकिन फिर भी आप नेक नियत से रोजा रखना चाहती हैं, तो ऐसे में आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना होगा। प्रेग्नेंसी में रोजा रखते वक्त सहरी और इफ्तारी में खाई जाने वाली चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। जैसे सहरी में आपको ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जिससे दिन भर के लिए आवश्यक ऊर्जा मिल सके। ऐसे में आपको खजूर, बादाम, अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स का भरपूर सेवन करें। इसके साथ ही हाई कार्ब्स और कैलोरी वाली चीजें जैसे कि साबुत अनाज से बना आहार, केला, शकरकंद आदि को भी शामिल करें। ऐसी चीजों का सेवन आपको दिन भर ऊर्जावान बनाए रखने में मददगार साबित होगा।
उन्होंने बताया कि यदि कोई महिला गर्भवती है और रोजा रखना चाहती है तो उसे अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। रोजे में दिनभर बिना पानी रहना पड़ता है। इफ्तारी में आपको जूस, दूध, नारियल पानी और दूसरे तरल पेय पदार्थों का सेवन जरूर करना चाहिए ताकि दिन भर में हुई पानी की कमी पौष्टिकता के साथ पूरी हो सके। ऐसे में गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों को रोजा रखने से पहले एक बार चिकित्सक से सलाह जरूर लें।