हापुड़ में क्षेत्र के कुछ गांवों में खुरपका मुंहपका बीमारी से पशुओं की मौत और बीमारी फैलने के मामले में पशुपालन विभाग की टीम शुक्रवार को मौके पर पहुंची और पशुओं की जांच की। टीम ने पशुओं का टीकाकरण कराते हुए दवाइयां दी। ग्रामीणों को बीमारी से बचाव की जानकारी दी और 1962 हेल्पलाइन नंबर के बारे में बताया।
पिछले करीब दो माह से कई प्रकार का संक्रमण पशुओं को अपना शिकार बना रहा है। बीमारी से हापुड़, धौलाना, और हाफिजपुर क्षेत्र के गांव अयादनगर, कांठीखेड़ा, महमूदपुर, सलाई, नवादा, हसनपुर, नली हुसैनपुर में पशु ज्यादा बीमार हो रहे थे। गांवों में सैकड़ों पशुओं की मौत हो चुकी है, जबकि काफी संख्या में पशु अभी भी बीमार थे।
चिकित्सकों की माने तो दिसंबर के बाद यह बीमारी पशुओं पर हावी रहती है। जनवरी और फरवरी में पशुओं में बीमारी फैलने का मुख्य कारण मौसम का लगातार ठंडा बने रहना है। लेकिन अब स्थिति में सुधार है। पशु चिकित्सक रोहताश कुमार ने बताया कि प्रभावित गांवों का सर्वे किया गया है। गांवों में स्थिति में सुधार है। यहां टीकाकरण कराया जा रहा है। बीमार पशुओं को दवाइयां भी दी जा रही हैं। इसके अलावा पशुओं की निगरानी की जा रही है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एलएन शुक्ला- ने बताया की गांवों में पशुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी आती है तो इसके लिए हेल्पलाइन 1962 पर जानकारी दे सकते हैं। पशु एंबुलेंस इसके लिए लगाई गई है। सूचना पर पशु को त्वरित इलाज मिलेगा।