हापुड़। महाशिवरात्रि आठ मार्च को है। इस दिन हरिद्वार व ब्रजघाट तीर्थनगरी से पवित्र गंगाजल लाकर शिवभक्त मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। फाल्गुन मास की इस कांवड़ यात्रा के लिए पुलिस-प्रशासन ने रुपरेखा तैयार कर ली है। कांवड़ यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए पांच मार्च की रात से दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर रूट डायवर्जन प्लान लागू कर दिया जाएगा।
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च शुक्रवार को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव शादी के बंधन में बंधे थे। इसलिए इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति को सुख और सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
गढ़मुक्तेश्वर की ब्रजघाट तीर्थनगरी से रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, बुलंदशहर सहित जिले के आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में शिवभक्त पवित्र गंगाजल लेकर आते हैं। लाखों शिवभक्त मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। इसको लेकर जिला पुलिस ने जिलेभर के मुख्य मंदिरों में इसकी व्यवस्था के लिए मंदिर कमेटियों को निर्देशित कर दिया है। जिले के मुख्य मंदिरों में पुलिस बल द्वारा सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखी जाएगी। वहीं, पवित्र गंगाजल लाने वाले शिवभक्तों को आने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए पुलिस बूथ बनाए जाएंगे।
एएसपी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि जिला अमरोहा, मेरठ व बुलंदशहर के अधिकारियों से इस संबंध में वार्ता कर रूट डायवर्जन के लिए खाका तैयार कर लिया गया है। दिल्ली लखनऊ हाइवे पर पांच मार्च की रात से रूट डायवर्जन कर दिया जाएगा। जिलेभर के मुख्य मंदिरों में पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती कर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। उन्होंने बताया कि ब्रजघाट तीर्थनगरी में गंगा स्थान करने वाले श्रद्धालुओं सहित पवित्र गंगाजल लाने वाले शिवभक्तों की भी काफी संख्या होगी। इसके लिए यहां गोताखोरों व नावों की संख्या में पर्याप्त होगी। वहीं, छिजारसी टोल, बुलंदशहर रोड स्थित सोना पेट्रोल पंप व ततारपुर पर डायवर्जन के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा। ताकि वाहनों को अपने गंतव्यों पर सही दिशा में पहुंचाया जा सके।