जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में पिछले साल क्षेत्र में आम की पैदावार सामान्य रहने और ऊंची कीमतों के चलते फलों के राजा का लोग भरपूर स्वाद नहीं ले पाए थे। फलों के राजा आम की फसल ने इस बार किसानों के चेहरों पर रौनक बिखेर दी है। आम के पेड़ों में बौर के लदान को देखकर किसान इस बार अच्छी पैदावार का अंदाजा लगा रहे है। किसानों के मुताबिक पिछली बार से ज्यादा इस बार फसल अच्छी होने की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छी पैदावार के लिए उचित प्रबंधन, सिंचाई और कीटनाशकों का छिड़काव चरणबद्ध तरीके से करना जरूरी है। तहसील क्षेत्र में क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के आम की खेती की जाती है। इस बार मौसम अनुकूल होने से गांव अठसैनी, बैठ, सरुरपुर, बहादुरगढ़, बक्सर, हिम्मतपुर, पलवाड़ा, पसवाड़ा, भैना, ढोलपुर, सलारपुर समेत सभी गांवों के बागीचों में आम के पेड़ों पर घने बौर लग गए हैं। जो पेड़ों में नजर आ रहे बौर अच्छी पैदावार का संकेत दे रहे हैं।
बागवानी के जानकारों का कहना है कि आम की अच्छी पैदावार के लिए उसकी तीन अवस्थाओं फूल, दाना और टिकोरा पर विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। तीनों अवस्थाओं में उचित प्रबंधन, सिंचाई के साथ कीटनाशक दवाओं के छिड़काव पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। जिला उद्यान अधिकारी डॉ. हरित कुमार ने बताया कि आम की फसल को शत्रु कीटों से बचाव के लिए समय-समय पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाना जरूरी होता है।