धौलाना। हापुड़, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर की सीमा से सटी हसनपुर लोढ़ा की प्राकृतिक झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। क्षेत्रीय सांसद जरनल वीके सिंह के प्रस्ताव पर बुधवार को एसडीएम धौलाना के नेतृत्व में झील की पैमाइश कराई गई। झील 48 हेक्टेयर में फैली है। बारिश का पानी अधिक होने के कारण झील का स्वरूप बढ़ रहा है, जिससे किसानों की फसलें भी बर्बाद हो रही हैं। जिससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
एसडीएम संतोष उपाध्याय ने बताया कि ग्राम प्रधान हसनपुर राजपाल सिंह ने क्षेत्रीय सांसद के समक्ष झील की पैमाइश कराकर रकबा सुरक्षित करने की मांग की थी। प्रशासन ने टीम गठित कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से 48 हेक्टेयर में फैली प्राकृतिक झील की पैमाइश व चिन्हांकन कराने के लिए संयुक्त समिति का गठन किया गया। बुधवार को झील की पैमाइश करने के लिए धौलाना, दादरी, गाजियाबाद सदर तहसील की राजस्व टीम पहुंची।
ग्राम प्रधान राजपाल सिंह ने बताया कि गांव में प्राकृतिक झील है, जिसका रकबा 48 हेक्टेयर है। झील की जमीन से आसपास गांव की आबादी और किसानों की अपनी जमीन है। बरसात में पानी की अधिकता बढ़ने पर झील का क्षेत्रफल बढ़ जाता है। झील के मूल स्वरूप की अधिकता बढ़ जाने पर आसपास के खेतों का स्वरूप झील जैसा प्रतीत होता है। झील की मेढ़ बंदी न होने के कारण किसानों को परेशानी होती है। किसानों की फसल डूब जाती है जिससे किसानो को परेशानिया उठानी पड़ती है।