हापुड़। बचपन से दिल में छेद के कारण तिल तिल मरते पांच मासूम अब जल्द ही सामान्य बच्चों की तरह जीवन जीएंगे। अलीगढ़ में इन बच्चों की सर्जरी होगी, जिसकी तिथि भी मिल चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने पांचों बच्चे सरकारी एंबुलेंस से अलीगढ़ भेज दिए हैं। इन बच्चों की उम्र पांच वर्ष से कम है।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन (आरबीएसके) के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अभियान चलाया। इसमें गांव बिगास निवासी अमित की दस माह की पुत्री आरूषि, असरा निवासी करण की पुत्री परी, आरिफपुर निवासी आबिद का पुत्र अशद, अटूटा निवासी समीर की पुत्री मायरा और दीपक की पुत्री तनवी को चिंहित किया गया। इन पांचों बच्चों के दिल में बचपन से ही छेद था।
जिसके कारण बच्चों का शारीरिक विकास नहीं हो पा रहा था। विभाग के नोडल डॉ. मयंक ने सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी को जानकारी दी। जिसके बाद इन बच्चों की सर्जरी अलीगढ़ में कराने का निर्णय लिया गया। अस्पताल से संपर्क के साथ ही ऑपरेशन को हरी झंडी मिल गई है। इसी क्रम में मंगलवार को सीएमओ कार्यालय से बच्चों को एंबुलेंस के जरिए अलीगढ़ भेजा गया। उनके अभिभावक भी साथ थे। स्वास्थ्य जांच के बाद बच्चों की ओपन हर्ट सर्जरी की जाएगी। इसके साथ ही बचपन से टेढ़े पैर, कमर में फोड़ा, कटा तालवा वाले बच्चों को भी इस मिशन के तहत स्वास्थ्य किया जा रहा है।
सीएमओ डॉ.सुनील त्यागी- ने बताया की जांच में पांच बच्चों के दिल में छेद पाया गया है, इन बच्चों को ऑपरेशन के लिए अलीगढ़ भेज दिया है। जहां आवश्यक जांच होने के बाद बच्चों का ऑपरेशन होगा। इसके बाद बच्चे स्वस्थ होकर घर लौटेंगे।