हापुड़ में मरीज मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, सोमवार को सीएचसी हापुड़ की ओपीडी में लंबी कतार लग गई। पर्चा काउंटर से लेकर दवा काउंटर तक भीड़ उमड़ पड़ी।सुबह 10 बजे अस्पताल पहुंचे मरीजों को बाहर निकलन में तीन से चार घंटे लगे। सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और एक्सरे के लिए मारामारी मची रही।
मौसम में आए बदलाव ने मौसमी बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ा दिया है। तापमान में लगातार अंतर आने से नजला, जुकाम, खांसी, बुखार और डायरिया फैल रहा है। घर घर में मरीजों की भरमार है। मौसम में बदलाव के कारण बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे है।
सोमवार को सुबह 9 बजे से ही मरीज अस्पताल पहुंचने शुरू हो गए। हाल ही में हापुड़ सीएचसी का पर्चा काउंटर बाहर बनाया गया है। महिला और पुरुषों की लाइनें अलग होने के बावजूद अस्पताल के बाहर तक लाइनें पहुंच गई। बीमारी से जूझते लोग पर्चा बनवाने की जद्दोजहद में घंटों तक कतार में खड़े रहे। जैसे तैसे पर्चा बनने के बाद ओपीडी में पहुंचे तो वहां जबरदस्त भीड़ रही। कई बार हंगामा और धक्कामुक्की भी हुई।
चिकित्सक से परामर्श का भी बामुश्किल आधा मिनट का समय मिल सका। जल्दबाजी में बीमारी बतायी और दवा लिखवाई। इसके बाद फिर मरीजों को दवा काउंटर पर लगी कतारों में इंतजार करना पड़ा। कुल मिलाकर सोमवार को अस्पताल पहुंचे मरीजों को काफी परेशानी हुई।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. दिनेश खत्री- ने बताया की बदलते मौसम में मरीज सावधानी बरतें, तापमान में उतार चढ़ाव से मौसमी बीमारी फैल रही हैं। खान पान और कपड़े पहनने में कोताही न बरतें, समस्या होने पर चिकित्सकों से परामर्श लें। अपनी मर्जी से दवाएं न लें।