जनपद पिलखुवा में शहर वासियों के विरोध के कारण एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सेंटर अब मुकीमपुर गांव स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के पास नगर पालिका की खाली जमीन पर बनेगा। इसमें कूड़े के साथ आने वाली प्लास्टिक, लोहे का सामान, प्लास्टिक की बोतलों आदि को अलग किया जाएगा। इसके लिए डीएम प्रेरणा शर्मा और शासन को पत्र भेजकर रिपोर्ट भेज दी गई है। पालिका द्वारा जल्द ही कार्य शुरू कराया जाएगा।
शासन के निर्देश पर प्रत्येक पालिका पर एमआरएफ सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। एमआरएफ सेंटर का निर्माण कराना नगर पालिका एवं प्रशासनिक अधिकारियों के लिए मुसीबत का सबब बन रहा है। लेकिन अब समस्या का निस्तारण होता दिख रखा है। पालिका ने सबसे पहले एमआरएफ सेंटर को परतापुरा चौराहा के पास स्थित गैस एजेंसी के पीछे पालिका की खाली भूमि में बनाना शुरू किया था, लोगों ने वहां पर नवजात शिशु के दफनाने का स्थान बताते हुए विरोध करना शुरू कर दिया। इसके उपरांत शैलेष फार्म कॉलोनी स्थित एसटीपी प्लांट के पास खाली पड़ी भूमि में निर्माण शुरू कराया, तो वहां भी लोगों ने विरोध करते हुए कार्य को बीच में ही रूकवा दिया।
शासन के निर्देश पर शासन के निर्देश पर प्रत्येक पालिका पर एमआरएफ सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। पिलखुवा पालिका द्वारा करीब 22 लाख की लागत से इसको बनाया जाना है। शहर का कूडा एकत्र कर सबसे पहले इसमें लाया जाएगा। यहां कूड़े से बाल, लोहा, प्लॉस्टिक, शीशा समेत अन्य की छंटनी कर अलग किया जाएगा। उसके उपरांत कूड़े से जैविक खाद बनाने के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट भेजा गया। वहीं, उससे निकलने वाले शीशा, लोहा समेत अन्य को पालिका द्वारा बेचा जाएगा।
अधिशासी अधिकारियों इंद्रपाल सिंह ने बताया कि लोगों के विरोध के चलते अब एमआरएफ सेंटर को मुकीमपुर स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के पास पालिका की खाली पड़ी जमीन पर बनाया जाएगा। इसके लिए डीएम व शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। इसके निर्माण का कार्य जल्द शुरू कराया जाएगा।