हापुड़ में मौसम में बदलाव और प्रदूषण बढ़ने से लोगों को माइग्रेन और साइनस ने चपेट में ले लिया है। बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, इसमें युवाओं की संख्या अधिक है। अस्पतालों में वायरल बुखार, खांसी, जुकाम के मरीज तेजी से बढ़े हैं।
तापमान में कमी और वातावरण में नमी से वायरस तेजी से पनप रहा है। कफ, सांस की परेशानी, सीने में जकड़न, शरीर में दर्द से भी मरीज परेशान हैं। माइग्रेन के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। न्यूरो सर्जन डॉ. प्रवीण के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में ओपीडी पहुंचने वाले मरीज गंभीर सिरदर्द की शिकायत दर्ज करा रहे हैं। इन मरीजों में तमाम ऐसे युवा मरीज भी शामिल हैं तो ठंड में बगैर हेलमेट के तेजी से मोटरसाइकिल या स्कूटर चलाने की वजह से माइग्रेन की गिरफ्त में आ चुके हैं।
फिजिशियन डॉ.अशरफ अली का कहना है कि सिर को ठंड से बचाकर माइग्रेन या सिरदर्द की परेशानियों से बचा जा सकता है। मौसम में इस बदलाव का असर बुजुर्गों, बच्चों एवं महिलाओं पर अधिक दिखायी दे रहा है। सुबह स्कूल जाने वाले तमाम बच्चे बीमारियों की गिरफ्त में हैं जो बगैर गर्म कपड़े या फिर ठंड से बचाव किए स्कूल जा रहे हैं। बच्चों के बीमार होने से इसका सीधा असर उनकी पढ़ाई भी पर पड़ रहा है।