हापुड़ में प्रदूषण मापक यंत्र में आई तकनीकी खराबी ने हापुड़ जिले को देश के सबसे प्रदूषित शहरों की श्रेणी में शामिल करा दिया। वेबसाइट पर प्रदूषण का आंकड़ा सुबह से ही 500 दर्शाया जाने लगा। बारिश के बावजूद एक्यूआई का आंकड़ा रिकार्ड 500 आने जाने से सभी हैरत में आ गए।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण कलक्ट्रेट पर लगा प्रदूषण मापक यत्र खराब हो गया है। मशीन में खराबी के कारण ऐसा हुआ है। दिल्ल-एनसीआर के साथ हापुड़ की हवा भी पिछले कुछ महीनों में ज्यादा अच्छी नहीं रही है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से राहत के साथ इसमें उतार चढ़ाव नजर आ रहा था। बुधवार की रात हापुड़ में हुई झमाझम बारिश के कारण अगले दिन मौसम पूरी तरह से साफ हो गया है। शुक्रवार को भी सुबह से ही धूप निकली और मौसम पूरी तरह से साफ हो गया। ऐसे में हवा की गति भी बढ़ी और किसी प्रकार की वातावरण में दिक्कत महसूस नहीं हुई।
लेकिन जब लोगों ने प्रदूषण दर्शाने वाली बेबसाइट और एप देखे तो उनके होश उड़ गए। साइट पर हापुड़ को देश का सबसे प्रदूषित शहर बताते हुए एक्यूआई सुबह से शाम तक 500 दर्शाया गया। प्रदूषण की इस स्थिति के आंकड़ों के लोगों ने स्टेटस तक लगा लिए। लेकिन बाद में पता चला कि यह कलक्ट्रेट परिसर की छत पर लगे प्रदूषण मापक यंत्र में खराबी के कारण हुआ।