गर्मियों में हापुड़ के 40 हजार उपभोक्ताओं को भरपूर सप्लाई मिलेगी। ओवर लोडिंग खत्म करने के लिए 120 ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य शुरू हो गया है। पटना मुरादपुर बिजलीघर से जुड़े क्षेत्र में 250 केवीए क्षमता के चार ट्रांसफार्मर हटाकर उनके स्थान पर 400 केवीए के लगाए गए। हालांकि इस दौरान 12 से अधिक मोहल्लों में सप्लाई बाधित रही।
ऊर्जीकरण पर ऊर्जा निगम का जोर है, इसके लिए रिवैंप, बिजनेस प्लान जैसी योजनाएं चल रही हैं। गर्मियों में अक्सर लोगों को ओवर लोडिंग की समस्या झेलनी पड़ती है, इससे ट्रांसफार्मर भी फुंक जाते हैं। निगम के पास वैकल्पिक सुविधा नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए अब ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने शहर के 120 ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का निर्णय लिया है।
गर्मियों में ओवर लोडिंग की समस्या न रहे, इसलिए जहां ट्रांसफार्मर ओवरलोड चल रहे हैं, वहां पर लोड बढ़ाया जा रहा है। रिवैंप योजना के तहत भी काम कराए जा रहे हैं। तमाम प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद शुक्रवार को पटना मुरादपुर बिजलीघर से जुड़े इलाके में गढ़ रोड, मिनाक्षी रोड पर पुराने ट्रांसफार्मरों को हटाकर उनके स्थान पर उच्च क्षमता के ट्रांसफार्मर लगाए गए।
गांवों में आबादी और जंगल के फीडर अलग अलग बनाने का कार्य 95 फीसदी पूरा हो चुका है। ऐसे में आबादी की सप्लाई में सुधार होगा। ओवर लोडिंग और फाल्ट की समस्या भी कम होगी।
अधीक्षण अभियंता यूके सिंह- ने बताया की जिले में ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य शुरू हो गया है। जर्जर तारों को भी बदला जा रहा है। सबसे पहले जहां ट्रांसफार्मर ओवरलोड चल रहे हैं, वहां पर लोड बढ़ाया जा रहा है। रिवैंप योजना के तहत भी काम कराए जा रहे हैं।