मेरठ-बुलंदशहर मार्ग के चौड़ीकरण कार्य में बाधा बन रहे 87 पेड़ों को जल्द काटा जाएगा। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने पेड़ों को चिन्हित कर वन विभाग से एनओसी के लिए आवेदन कर दिया है। लोकनिर्माण विभाग को एक साल के अंदर 8.3 किलोमीटर सड़क बनानी है, इसके लिए शासन से 47.84 करोड़ का बजट स्वीकृत हो गया है। इस सड़क के चौड़ीकरण होने से जहां वाहन फर्राटा भरेंगे वहां लोगों का आगामन आसान होगा।
मेरठ बुलंदशहर मार्ग का चौड़ीकरण हाने से लोगों को जाम की समस्या से राहत मिलेगी। हापुड़ से बुलंदशहर की ओर जाने वाली सड़क सात मीटर चौड़ी है, लेकिन अतिक्रमण के कारण सड़क संकरी हो चुकी है। ऐसे में जाम की समस्या भी रहती है। धीरखेड़ा से बुलदंशहर रोड बाईपास (निकट सोना पेट्रोल पंप) तक की सड़क 8.3 किलोमीटर है, इसका चौड़ीकरण किया जाना है। इसकी कुल चौड़ाई सात मीटर थी, बीच में कोई डिवाइडर भी नहीं था। जिसके कारण वाहन चालकों को भी आवागमन में परेशानी होती थी।
अब इसकी चौड़ाई बढ़कर 14 मीटर हो जाएगी। दो लेन से सड़क चार लेन होगी। जनवरी माह के प्रारंभ में धीरखेड़ा से सडक़ चौड़ीकरण का कार्य शुरु हो गया था। लेकिन इस दौरान कुछ पेड़ बाधा बन रहे थे, जिसको लेकर वन विभाग ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता नरेश कुमार ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण के लिए खोदाई के दौरान कुछ स्थानों पर पेड़ बाधा बन रहे हैं। जिसपर वन विभाग ने आपत्ति जताई थी, एनओसी के लिए विभाग ने आवेदन कर दिया है। इसके साथ ही कुछ स्थानों पर विद्युत खंभों को हटाने के लिए भी विद्युत विभाग को पत्र भेजा गया है।