हापुड़ में अयोध्या में भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर जहां पूरे विश्व क्की नजर रही, वहीं हापुड़ जिले में भी राम लला के स्वागत का उत्सव ऐतिहासिक रहा। पूरा शहर राममय हो गया। शहर के बाजार, प्रतिष्ठान फूलों गुब्बारों से सजाए गए। लोगों ने अपने प्रतिष्ठानों पर भंडारों और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। शाम तक शोभायात्राएं निकलती रहीं। दिवाली की तरह घर-घर भगवान राम की पूजा की गई, शाम को दीये जलाए और आतिशबाजी की गई।
सोमवार को दिन निकलते ही भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठान के कार्यक्रम शुरू हो गए। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शहर से लेकर गांव तक गांवों तक लोगों का उत्साह चरम पर दिखा। सुबह होते हीं घने कोहरे के बीच हीं सभी मंदिरों में भक्ति गाने बजने लगे। वहीं रामभक्त युवाओं की अलग-अलग टोली झंडों व पताकों के साथ बाइक रैली निकाल कर जय श्रीराम के गगनचुंभी नारे लगाये गये।
सभी मंदिरों में रामायण पाठ, सुंदर कांड का पाठ, भजन व अखंड कीर्तन का आयोजन किया गया। रात में ही लोगों ने अपने प्रतिष्ठानों और बाजारों को सजा दिया था। दीयों की रोशनी और रंगीन लाइटों से मंदिर और घर सजे हुए थे, खूब आतिशबाजी हुई। दुकानों के बाहर पंडाल लगाकर डीजे की धुनों पर राम लला के भजन बज रहे थे।
इसके अलावा बाजारों में सैंकड़ों स्थानों पर भंडारे का आयोजन किया गया था। लोगों ने जगह जगह हलुवा, खिचड़ी के अलावा पूरी सब्जी, छोले भटूरों के पंडाल लगा रखे थे। इस दौरान पूरे शहर में दर्जनों शोभा यात्राएं निकाली गईं।