हापुड़। बिजली निगम में आए दिन नए नए कारनामें सामने आ रहे है। इसी क्रम में नगर के चमरी मोहल्ले में घरेलू कनेक्शन देने में अनियमितता बरतने पर दिल्ली रोड बिजलीघर के अवर अभियंता सुधीर कुमार को निलंबित कर दिया गया है। आनन फानन में महिला उपभोक्ता का तीसरा एस्टीमेट तैयार कर, उसके घर सप्लाई दे दी गई है। शासन ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है, अधिकारी भी तलब किए गए हैं। हालांकि टीसी अपलोड करने वालों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
दरअसल, चमरी निवासी मंजू शर्मा ने दो किलोवाट के घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। उसका एस्टीमेट 60 हजार से अधिक बनाया गया। महिला ने आरोप लगाया था कि दस हजार रुपये देने पर एस्टीमेट 29178 रुपये का बना दिया गया। यह पैसा जमा भी कर दिया, इसके बाद फिर पैसे मांगे लेकिन नहीं देने पर 60 हजार वाला एस्टीमेट फिर से लागू करने की बात कही।
इस मामले की जांच शुरू हुई, ऐसे में महिला को काफी दिनों तक कनेक्शन ही नहीं मिल सका। पीड़िता ने बिजलीघर में जाकर आत्मदाह करने की चेतावनी दी। जिस पर शासन ने संज्ञान लिया, एमडी कार्यालय से टीम जांच के लिए भेजी गई। दो एसडीओ की टीम ने पूरे प्रकरण की जांच की। अधीक्षण अभियंता यूके सिंह ने निलंबन आदेश में कहा कि मांग पत्र अपलोड होने और भुगतान किए जाने के मध्य 12 दिनों में संबंधित अवर अभियंता द्वारा मांग पत्र और प्रांकलन की धनराशि में अंतर होना संज्ञानित नहीं कराया गया, जिस कारण विवाद हुआ। इसी अनियमितता पर जेई सुधीर कुमार को निलंबित किया गया।
जेई सुधीर कुमार का कहना है कि उसने सिर्फ एक एस्टीमेट बनाया था जो करीब 60 हजार का था। डिवीजन कार्यालय से 29178 रुपये की टीसी अपलोड की गई। ऐसे में उसका क्या दोष, हालांकि अब अधिकारियों ने अपनी खामी छुपाने के लिए तीसरा एस्टीमेट बनाया है, जो 29168 रुपये का है। ऐसे में सवाल उठता है कि एक ही उपभोक्ता के तीन एस्टीमेट किस तरह बन सकते हैं।
महिला उत्पीड़न के मामले का संज्ञान शासन और प्रशासन ने लिया। यही कारण है कि एक ही दिन में कागजी कार्यवाही पूरी कर, महिला उपभोक्ता को कनेक्शन दिया गया। यहां तक कि उसके घर लाइट जलने की फोटो और वीडियो भी एमडी कार्यालय भेजे गए।
अधीक्षण अभियंता यूके सिंह- का कहना है की चमरी निवासी महिला को कनेक्शन दिला दिया गया है। जांच में जेई दोषी पाया गया है, जिस कारण उसे निलंबित कर दिया गया है। इस तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं होगी।