हापुड़ में मास्टर प्लान-2031 के हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण की अहम बोर्ड बैठक में आनंद बिहार में कम्यूनिटी फैसिलिटी सेंटर यानि ऑडिटोरियम बनाए जाने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई, जिस पर मुहर लग गई है। इसके साथ ही मास्टर प्लॉन 2031 में शासकीय समिति द्वारा आई छह आपत्तियों का भी निस्तारण कर दिया गया। अब मास्टर प्लॉन की फाइल को शासन में अंतिम मुहर के लिए भेजा जाएगा। मेरठ में शाम के समय हुई इस बोर्ड बैठक में पांच में से चार प्रस्ताव पास हो गए। एक प्रस्ताव को परीक्षण के लिए रोक दिया गया।
मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में डीएम प्रेरणा शर्मा और उपाध्यक्ष डॉ नितिन गौड़ ने हिस्सा लिया। बैठक में कुल पांच प्रस्तावों पर चर्चा की गई। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने बताया कि भारत सरकार की अमृत योजना के अंतर्गत जीआईएस पर आधारित हापुड़ मास्टर प्लान 2031 के प्रारूप में शासकीय समिति द्वारा छह आपत्तियों पर सुझाव दिए गए थे। भूमि परिवर्तन और कुछ छोटी आपत्तियां थीं। जिनका निस्तारण कर दिया गया। जल्द ही लखनऊ में मास्टर प्लान 2031 को लेकर एक प्राधिकरण के अधिकारियों का प्रस्तुतिकरण है। उसे देखते हुए यह प्रस्ताव अहम था। अब इस मास्टर प्लान के संशोधित प्रारूप को शासन को भेजा जाएगा।
इसके अलावा एचपीडीए बोर्ड बैठक में आनंद विहार में कम्यूनिटी फैसिलिटी सेंटर यानि ऑडिटोरियम बनाए जाने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। आनंद विहार में 17 हजार वर्ग मीटर भूमि में करीब चार करोड़ से इसका निर्माण किया जाएगा। बैठक में यह प्रस्ताव भी पास हो गया। इसमें करीब तीन सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। यह आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश एनर्जी कंजरवेशन बिल्डिंग कोड की अधिसूचना को प्राधिकरण द्वारा भवन संहिता से संबंधित प्रस्ताव को भी पास कर दिया गया। इस प्रस्ताव के तहत जो लोग प्राधिकर क्षेत्र में भवन निर्माण के साथ सोलर सिस्टम लगाएंगे, उन्हें छूट प्रदान की जाएगी। एक प्रस्ताव आनंद विहार आवासीय योजना में निर्मित सामुदायिक केंद्र को किराये पर संचालित करने के संदर्भ में पुनपरीक्षण हेतु रोक दिया गया है। बैठक के दौरान प्राधिकरण सचिव प्रदीप कुमार सिंह, अतुल कुमार सिंह, महेश अग्रवाल, मुनेश त्यागी, विभू बंसल, एससी गौड, अशोक कुमार वाजपेयी व नगर नियोजक राजीव रतन शाह मौजूद रहे।