हापुड़ जिले में घने कोहरे और ठंड को लेकर सर्दी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को सर्दी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जिसके चलते लोग बेहाल रहे। दिनभर चली सर्द हवाओं ने लोगों को परेशान रखा। सूरज न निकलने और गलन के कारण लोगों को अलाव और रूम हीटर का सहारा लेना पड़ा।
जनवरी के मध्य में सर्दी लगातार बढ़ती जा रही है। कभी कोहरा तो कभी गलन लोगों को बेहाल किए हुए है। पिछले चार दिनों से ठंड का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इस मंगलवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। मंगलवार को न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। गलन और सर्द हवाओं के कारण ठंड ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ गिए। पूरे दिन मौसम नहीं खुला और सूर्यदेव के दर्शन भी नहीं हो सके। खुश्क ठंड बढ़ने के कारण ही दिन के तापमान में अत्यंत कमी देखने को मिली। वहीं सूरज न निकलने के चलते लोगों को शीतलहर ने प्रभावित किया। गलन ने हाथ-पैर सुन्न कर दिये।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि मंगलवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस जबकि, न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा 12 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। इस पूरे सप्ताह ही लोगों को ठिठुरने वाली सर्दी लोगों को परेशान कर सकती है।
ठंड में जहां लोगों को काफी परेशान करना पड़ा, वहीं सर्द हवाएं चलने से थोड़ी राहत भी महसूस हुई। कोहरे के कारण प्रदूषण में एक्यूआई का स्तर 275 के आसपास चल रहा था, लेकिन मंगलवार को चली सर्द हवाओं के कारण एक्यूआई 200 तक पहुंच गया। जिससे लोगों को कुछ राहत जरूर मिली।
ठंड और पाले के साथ कोहरा भी लोगों को खासा परेशान कर रहा है। सोमवार शाम से ही कोहरा पड़ना शुरू हो गया। कोहरे की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सड़कों पर दो मीटर दूर तक का भी दिखाई देना संभव नहीं था। मंगलवार में 11 बजे तक कोहरे का असर दिखाई दिया। जिसके कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।