हापुड़। पहाड़ों पर बर्फबारी से गलन और शीतलहर का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। शनिवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। घने कोहरे के साथ शीतलहर से लोगों का बुरा हाल रहा। हालांकि दोपहर में कुछ देर के लिए धूप भी खिली। लेकिन ठंडी हवाओं से धूप में रुकना भी मुश्किल हो गया। इस सप्ताह तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।
कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी है। इसके साथ ही जबरदस्त कोहरे का भी असर देखा जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 26 जनवरी तक कड़ाके की ठंड रहेगी। हालांकि इस सप्ताह तापमान का गिरना सर्दी का सितम और बढ़ाएगा। शनिवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री और न्यूनतम तापमान पांच डिग्री दर्ज किया गया, जो शुक्रवार से एक एक डिग्री कम रहा। दिन निकलते ही धुंध छाने से सर्दी का अहसास बढ़ गया। दोपहर 12 बजे तक भी धूप नहीं खिल सकी। हाथ पैर ठिठुरते रहे। जूतों के अंदर भी अंगुली सुन्न होती रहीं।
मौसम वैज्ञानिक डॉ.अशोक कुमार ने बताया कि इस सप्ताह तापमान में और गिरावट आएगी, न्यूनतम तापमान चार डिग्री तक भी पहुंच सकता है। प्रदूषण का स्तर बढ़ाः शनिवार को प्रदूषण का स्तर भी 258 दर्ज किया गया, जो शुक्रवार से आठ अंक अधिक रहा। वातावरण में धुंध छाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ा, सांस के रोगियों के लिए ऐसी हवा ठीक नहीं है।
फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल- का कहना है की कड़ाके की सर्दी में कोल्ड डायरिया सबसे अधिक बढ़ा है। सर्द मौसम में जोड़, हड्डी का दर्द, कोल्ड डायरिया, वायरल बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है। ओपीडी में सर्दी लगने से बीमार बच्चों की संख्या काफी बढ़ गई है। फेफड़ों का संक्रमण भी बच्चों को परेशान कर रहा है। बच्चों को सर्दी से बचाकर रखें। ऐसे मौसम में सेहत का ध्यान रखें।