हापुड़ में बाजार में गुड़ के दाम 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं जो चीनी से करीब 9 रुपये अधिक है। क्रेशरों पर गन्ना रिकॉर्ड 330 से 340 रुपये प्रति क्विंटल तक, खरीदा जा रहा है। मंडी में गुड़ की आवक कम हुई है। चीनी के दामों में एक पखवाड़े के अंदर 500 रुपये प्रति क्विंटल तक की गिरावट आई है।
जिले में हर साल गन्ने का रकबा कम हो रहा है। चीनी मिलों के भुगतान में विलंब इसका कारण है। चुनावी वर्ष होने के कारण किसानों को उम्मीद है कि इस बार गन्ने का दाम बढ़ेगा। इसी के चलते क्रेशर किसानों से 330 रुपये प्रति क्विंटल तक गन्ना खरीद रहे हैं, अब तक का यह रिकॉर्ड दाम है।
गुड़ पर इस महंगाई की मार पड़ी है, बाजार में फुटकर में 50 रुपये प्रति किलो तक गुड़ की बिक्री हो रही है। गुड़ की ढैय्या 38 से 40 रुपये प्रति किलोग्राम तक मिल रही है। इन दिनों सर्दी और कोहरे के कारण मंडी में गुड़ की आवक काफी गिर गई है। गुड़ मंडी समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार आढ़ वालों ने बताया कि प्रतिदिन 10 तक गाड़ी माल आ रहा है, जबकि पहले 15 गाड़ी तक गुड़ की आवक थी। बाजार में चीनी के दामों में लगातार गिरावट जारी है। बृहस्पतिवार को 41 रुपये प्रति किलो चीनी की बिक्री हुई, जबकि 15 दिन पहले दाम 46 रुपये तक पहुंच गया था।
गुड़ में सूखे मेवे, मूंगफली डलवाने के लिए लोग क्रेशरों तक पहुंच रहे हैं। लोग मुंह मांगे दाम देकर खुद अपने सामने बिना मसाले का गुड़ तैयार करा रहे हैं। चिकित्सकों का भी मानना है कि गुड़ शरीर के लिए अच्छा होता है, पाचन क्रिया को यह मजबूत करता है।