जनपद हापुड़ में हिट एंड रन के सख्त कानून के विरोध में चल रही चालकों हीं हड़ताल सरकार से आश्वासन मिलने के बाद समाप्त हो गई। इसके बाद रोडवेज के साथ निजी बसों का भी संचालन शुरू हो गया, जिससे यात्रियों को राहत मिली।
नए साल की शुरुआत यात्रियों के लिए मुश्किल भरी रही। हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में रोडवेज के साथ निजी बसों के चालकों ने एक जनवरी से हड़ताल कर बसों संचालन ठप कर दिया। यात्री अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए दिनभर इधर-उधर भटकते रहे। घंटों इंतजार के बाद भी वाहन नहीं मिलने के कारण यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी।
दूसरे दिन दो जनवरी को भी चालकों की हड़ताल जारी रही। दोपहर के बाद लोकल मार्गों पर बसों का संचालन शुरू किया गया। लेकिन लंबी दूरी के यात्रियों को दूसरे दिन भी परेशानी झेलनी पड़ी। मंगलवार रात को सरकार ने कानून को तत्काल लागू नहीं करने का आश्वासन देकर चालकों को हड़ताल खत्म करने की अपील की। हड़ताल वापस लेने की अपील के बाद जहां-तहां रूके ट्रक अपने मुकाम पर चल पड़े। जिसके बाद बुधवार सुबह सभी चालक कार्य पर लौट गए। रोडवेज डिपो से किठौर, मोदीनगर, लखनऊ, बरेली, हरिद्वार सहित सभी रूटों पर बसों का संचालन बहाल होने से यात्रियों को राहत मिली।
इसके साथ ही निजी बसों का भी संचालन शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही ट्रक, टैक्सी और ऑटो का संचालन भी शूरू हो गया है। इस कारण बसों में अपेक्षाकृत अधिक भीड़ रही। निजी के साथ निगम की बसें चलने से दो दिनों से परेशान यात्रियों ने राहत की सांस ली। बस नहीं चलने से यात्रा स्थगित करने वाले भी बुधवार को यात्रा के लिए बस स्टैंड पहंचे। बस एवं ट्रकों के नहीं चलने से अस्त-व्यस्त हुए जनजीवन ने रफ्तार पकड़ ली।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप कुमार नायक का कहना है कि डिपो से सभी मार्गों पर बसों का संचालन शुरू हो गया है। दो दिन चालकों की हड़ताल के कारण डिपो को 30 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।