हापुड़ में कोहरे के कारण रेलयात्रियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को आला हजरत और कांशी विश्वनाथ एक्सप्रेस का संचालन रद्द रहा, जबकि चार ट्रेनों का संचालन पहले से ही निरस्त चल रहा है।
लगातार पड़ रहे घने कोहरे ने एक तरफ जहां आम जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं इसका सीधा असर सड़क और रेल और हवाई यातायात पर पड़ रहा है। लगातार बढ़ते ठंड और घने कोहरे से ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गई है और अपने सही समय से नहीं चल रही है। कोहरे में यात्रियों को परेशानी न हो इसके लिए रेलवे ने हापुड़ रेलवे स्टेशन पर ठहरने वाली मेमू, कामाख्या एक्सप्रेस, लालकुआ, बरेली एक्सप्रेस का संचालन एक दिसंबर से एक मार्च तक के लिए निरस्त किया हुआ है।
लेकिन इसके बाद भी ट्रेनों का संचालन पटरी पर नहीं लौट पा रहा है। बुधवार को अधिक कोहरा होने के कारण बरेली से भुज जाने वाली आला हजरत एक्सप्रेस और नई दिल्ली से वाराणसी को जाने वाली कांशी विश्वनाथ एक्सप्रेस का संचालन निरस्त कर दिया गया। यात्री प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, जैसे ही ट्रेनों का संचालन निरस्त होने की सूचना मिली तो आनन फानन में अन्य ट्रेनों व संसाधनों का सहारा लेकर अपने गंतव्य को रवाना हुए।
कोहरे के कारण ही प्रयागराज से मेरठ को जाने वाली संगम एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से चार घंटे, बापूधाम से आनंद विहार जाने वाली चंपारण सत्याग्रह एक्सप्रेस डेढ़ घंटे, बरेली से चलकर नई दिल्ली को जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस एक घंटे, मेरठ से खुर्जा के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन एक घंटा, पुरानी दिल्ली से टनकरपुर को जाने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस ने यात्रियों को एक घंटा, सहरसा से अमृतसर जाने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस एक घंटे की देरी से पहुंची। कोहरे के चलते ट्रेन यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्टेशन अधीक्षक अजब सिंह का कहना है कि कोहरा घना होने के कारण ट्रेनों का संचालन गड़बड़ा गया है।