जनपद हापुड़ में बुजुर्गों को ही नहीं बल्कि अब तो युवाओं को भी संभलने की जरूरत है। कम उम्र में ज्यादा तनाव युवाओं के दिल को कमजोर कर रहा है। दिसंबर महीने में 17 लोगों को हृदयाघात आया है, जिन्हें विभिन्न निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इसमें 40 साल से कम उम्र वालों की संख्या 30 फीसदी से अधिक है।
कोरोना महामारी के बाद से नशों में ब्लॉकज जैसी समस्याएं बढ़ी हैं। फेफड़े कमजोर होने के साथ ही हृदय भी अब नाजुक हो चला है। फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि तापमान में गिरावट से रक्तचाप की समस्या बढ़ी है, जो लोग शारीरिक श्रम नहीं करते हैं। अचानक रक्तचाप अनियंत्रित होने से उन्हें हृदयाघात का खतरा रहता है। अधिकांश मामलों में यही कारण सामने आया है, पोस्ट कोविड भी इसका बड़ा कारण है। युवाओं में तनाव हृदयाघात का कारण बन रहा है, इससे बचाव के लिए नियमित व्यायाम जरूरी है।
फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि कोरोना ने लोगों को हृदय और फेफड़ों को प्रभावित किया था। शोधकर्ताओं की जांच में ये सामने आ चुका है कि दिल के दौरे से मरने वाले अधिकांश लोग महामारी के दौरान संक्रमण की चपेट में आए थे।
आयुर्वेदाचार्य डॉ. धंवंतरि त्यागी के अनुसार हृदय को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीएं। अदरक लहसुन का पेस्ट बनाकर सब्जी बनाने में इस्तेमाल करें।