हापुड़ जिले के दोनों चीनी मिल जिला प्रशासन से 31 दिसंबर तक पिछले सत्र का शत प्रतिशत भुगतान करने का वादा तो कर आए, लेकिन किसानों के खातों में 10 दिन में 91 करोड़ के सापेक्ष सिर्फ 14 करोड़ का भुगतान पहुंचा है। प्रशासन ने 31 दिसंबर तक पिछले सत्र का शत प्रतिशत भुगतान करने का अल्टीमेटम दिया है। भुगतान नहीं करने पर जिला प्रशासन ने सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी है।
सिंभावली चीनी मिल की समस्याएं खत्म नहीं हो रही हैं। हाल ही में हाईकोर्ट ने मिल की घपलेबाजी पर सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। ऐसे में अब जिला प्रशासन का शिकंजा भी कसता जा रहा है। आठ दिसंबर को डीएम ने चीनी मिल के अधिकारियों को तलब किया था, इसमें गन्ना विभाग समेत राजस्व विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।
चीनी मिलों के अधिकारियों ने कार्यवाही की चेतावनी पर 31 दिसंबर तक पिछले सत्र का पूरा भुगतान करने के आदेश दिए थे। तब दोनों चीनी मिलों पर पिछले सत्र की देनदारी करीब 91 करोड़ रुपये थी। लेकिन दस दिन बीत जाने पर सिंभावली मिल सिर्फ 11 करोड़ और ब्रजनाथपुर चीनी मिल सिर्फ तीन करोड़ का भुगतान कर पायी है।
ऐसे में अब 12 दिन के अंदर दोनों चीनी मिलों को 77 करोड़ का भुगतान करना है। जिला प्रशासन ने भुगतान का ब्योरा भी लिया है, साथ ही सख्त कार्यवाही की तैयारी भी शुरू कर दी है। तत्कालीन डीएम अनुज सिंह ने चीनी मिल और किसान संगठनों की बैठक बुलायी थी। इसमें चीनी मिलों ने 31 दिसंबर तक भुगतान करने का आश्वासन दिया था।
जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन खान- ने बताया की दोनों चीनी मिलों को 31 दिसंबर तक पिछले सत्र का शत प्रतिशत भुगतान करने का अल्टीमेटम दिया है। सिंभावली मिल 87 फीसदी और ब्रजनाथपुर मिल 92.94 फीसदी भुगतान कर चुका है। समय से भुगतान नहीं करने पर सख्त कार्यवाही होगी।