जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर दौताई गांव में जीजा-सालों के बीच ढाई बीघा कृषि भूमि को लेकर खूनी संघर्ष हुआ। जिसमें दोनों पक्षों के सात लोग घायल हो गए। पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
गांव दौताई निवासी हाजी इकराम ने बताया कि गांव में उनकी कई बीघा भूमि है। शनिवार की सुबह वह खेत पर काम कर रहे थे। इसी बीच दूसरे पक्ष के उसमान, सुलतान, महबूब और कामरान वहां पहुंच गए और अभद्रता करने लगे। तभी पहले पक्ष के रिजवान और फरमान ने गाली देने का विरोध किया तो दोनों के बीच जमकर नोकझोंक शुरू हो गई और थोड़ी ही देर में खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान फावड़े से हमला होने से कामरान का पैर कट गया और अन्य लोगों के हाथ और सिर में गंभीर चोट आईं।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने बताया कि अस्पताल में उपचार के दौरान घायलों के खून निकलता रहा, गंभीर चोट आने के कारण दो को मेरठ रेफर किया गया है। बता दें कि दोनों पक्ष रिश्ते में जीजा-साले हैं, दोनों पक्षों ने रिश्तों को भूलकर एक दूसरे पर जानलेवा हमला किया। जीजा-सालों और उनके बच्चों के कृषि भूमि के कब्जे को लेकर विवाद हुआ, जो खूनी संघर्ष में बदल गया।
इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस की तहरीर पर सभी आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है, कुछ का उपचार चल रहा है, मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।