जनपद हापुड़ में कोहरे के कारण चार ट्रेनों का संचालन तीन माह के लिए निरस्त कर दिया है, जबकि एक ट्रेन के फेरे कम कर दिए हैं। दिल्ली जाने के लिए अब दो ट्रेनों का सहारा लेना पड़ेगा। ऐसे में अन्य ट्रेनों में यात्रियों का बोझ बढ़ गया है, जिससे परेशानी झेलनी पड़ रही है।
शहर व आसपास के क्षेत्र से हजारों दैनिक यात्री रोजाना दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद नौकरी या व्यवसाय करने के लिए जाते हैं। दिसंबर से पूर्व सुबह के समय यात्रियों को दिल्ली की तरफ जाने के लिए दिल्ली एक्सप्रेस, बरेली इंटरसिटी, मेमू एक्सप्रेस, लालकुंआ एक्सप्रेस, शटल ट्रेन का सहारा मिलता था। लेकिन कोहरे के कारण रेलवे ने तीन ट्रेनों का संचालन निरस्त कर दिया है। मेमू एक्सप्रेस, दिल्ली एक्सप्रेस, लालकुआं एक्सप्रेस का संचालन एक दिसंबर से एक मार्च के बीच रद्द होने के कारण यात्रियों को अब सुबह सिर्फ दो ट्रेनों में ही सफर करने की सुविधा मिल रही है।
ट्रेनों के निरस्त होने से बुलंदशहर से तिलक ब्रिज के बीच चलने वाली शटल एक्सप्रेस व बरेली से दिल्ली के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है। दैनिक यात्रियों का कहना है कि ट्रेनों के संचालन में सुधार तो आया है लेकिन भीड़ बढ़ जाने के कारण परेशानी भी बढ़ी है। रेलवे को श्रमजीवि, सप्तक्रांति, सुहेलदेव एक्सप्रेस, महामाना एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव हापुड़ स्टेशन पर दिया जाना चाहिए, जिससे यात्रियों को सफर में राहत मिल सके।
मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि ट्रेनों का संचालन सुधारने के लिए कुछ ट्रेनों का संचालन निरस्त किया गया है। ट्रेनों के ठहराव का निर्णय मुख्यालय द्वारा लिया जाता है। यात्रियों की मांग के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।