हापुड़। जनपद में किसानों को राहत भरी खबर भी है। गुजरात से 1600 एमटी (मीट्रिक टन) डीएपी हापुड़ पहुंच गई है, रेलवे स्टेशन से सीधे डीएपी खाद केंद्रों पर पहुंचाया गया है। यूरिया की भी कोई कमी नहीं है। गेहूं बुवाई के दौरान अब किसानों को परेशानी नहीं होगी।
कई जिलों में डीएपी का भारी संकट है, हापुड़ में भी डीएपी का स्टॉक खत्म हो रहा था, लेकिन अब गुजरात से जिले को एक मालगाड़ी डीएपी मिली है। जिसे सीधे खाद केंद्रों पर पहुंचाया गया। बफर गोदाम में 9 हजार एमटी यूरिया भी स्टोर करा दिया गया है। गोदामों का बृहस्पतिवार से सत्यापन शुरू होगा।कालाबाजारी रोकने के लिए अधिकारी बृहस्पतिवार से क्षेत्र में उतरकर खाद केंद्रों का निरीक्षण करेंगे। बिना पीओएस मशीन के उर्वरक बिक्री करने पर लाइसेंस भी निलंबित किए जाएंगे। सहकारी समितियों का भी निरीक्षण होगा।
जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार- ने बताया की जिले के सभी केंद्रों पर डीएपी उपलब्ध करा दिया गया है। यूरिया की भी कोई कमी नहीं है। किसान गेहूं बुवाई के दौरान परेशान नहीं होंगे।