हापुड़ जिले में नेशनल हाईवे-9 पर बेलगाम दौड़ते वाहनों के लिए अब निर्धारित गति सीमा पर सख्ती से पालन कराने का खाका तैयार हो गया है। एनएचएआई छह करोड़ रुपये की लागत से प्रोजेक्ट त्रिनेत्र हादसों पर लगाम लगाएगा इसके लिए स्थान चिन्हित करते हुए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। मार्च 2024 तक इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य है।
जिले में पिछले कुछ सालों में सड़कों की सौगात मिली है। अधिकतर बड़े मार्गों का चौड़ीकरण कर दिया गया है। एनएच- 334 और एनएच 09 पर वाहन फर्राटा भर रहे हैं। लेकिन समस्या यह है कि ये सुविधाएं लापरवाही के कारण जानलेवा भी साबित हो रही हैं। इन सड़कों के निर्माण से जिले में दुर्घटनाएं भी बढ़ी हैं। पिछले सालों में हाईवे पर होने वाली दुर्घटना की संख्या बढ़ी है। एनएचएआई छह करोड़ की लागत से हाईवे पर पिलखुवा से ब्रजघाट के बीच तीन स्थानों पर स्पीड मॉनिटरिंग कैमरे लगवाएगा।
तीन में जिले में 968 दुर्घटनाओं में 661 लोगों ने जान गंवाई है और करीब इतने ही लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में रफ्तार पर काबू नहीं पाया गया तो लोग इस प्रकार जान गंवाते रहेंगे। इन हादसों को रोकने के लिए जिला प्रशासन की पहल के बाद रफ्तार पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मार्च 2024 तक इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य है, हालांकि अधिकारियों का दावा है कि अगले महीने तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।