हापुड़ जिले में लापरवाही के कारण वायु प्रदूषण कम नहीं हो रहा है। लगातार सात दिन से हवा की सेहत नहीं सुधर रही है। प्रदूषण का स्तर 300 के पार है। जिले में चल रहे निर्माण कार्यों पर पानी का छिडक़ाव भी नहीं कराया जा रहा है।
वायु प्रदूषण का यह स्तर पहले से बीमार लोगों के लिए काफी खतरनाक है। इसके अलावा अस्थमा रोगियों के लिए तो इस समय हवा में जहर घुला हुआ है। रविवार को एक्यूआई 300 सौ के आसपास दर्ज किया गया था, जो पिछले एक सप्ताह से खतरनाक बना हुआ है। शनिवार को यह वायु गुणवत्ता सूचकांक 350 के ऊपर पहुंच गया था।
हाईवे और जगह-जगह हो रहे कार्यों में प्रदूषण विभाग और प्रशासन की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। इसके बाद फिर से लगातार प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है। हवा में जहर का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। जो कि बेहद गंभीर स्थिति है।