जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में दीपदान पर्व पर रविवार को शाम करीब चार बजे से ही नेशनल हाईवे गंगा पुल, मेला मार्ग समेत अन्य संपर्क मार्गों पर जाम लग गया। हाईवे पर करीब तीन किलोमीटर लंबे जाम में फंसकर श्रद्धालुओं को परेशानी झेलनी पड़ी। मिनटों का सफर घंटों में तय हुआ।
साल भर में दिवंगत हुए परिजनों की आत्मा की शांति के लिए दीपदान का महत्व गढ़ खादर में कच्चे घाटों पर ही माना जाता है। वहीं गंगानगरी ब्रजघाट में भी लोग दीपदान की परंपरा का निर्वहन करने के लिए आते हैं। जिसके चलते रविवार की दोपहर से ही मेला रोड और नेशनल हाईवे पर वाहनों का दबाव बढने लगा। करीब चार बजे गंगा पुल पर जाम की स्थिति बननी शुरू हुई। कुछ ही देर में पुल के दोनों तरफ करीब तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
इसके अलावा मेला मार्ग पर भी नक्का कुआं मंदिर तक सड़क दोनों तरफ से जाम हो गईं। जबकि मेला मार्ग पर पहले से ही पुलिस ने वाहन पार्किंग की व्यवस्था की हुई थी। उसके बावजूद भी जाम में ट्रैक्टर-ट्रॉले, भैंसा बुग्गी और कार, ऑटो वालों को घंटों जाम में रुकना पड़ा।
गंगा तट तक पहुंचने में सर्दी के मौसम में भी श्रद्धालुओं के पसीने छूट गए। अधिक वाहनों का दबाव देखते हुए मीरा रेती, चक लठीरा, शाहपुर मार्ग, स्याना मार्ग, ठंडी सड़क से श्रद्धालुओं को निकाला गया। जिससे इन सभी लिंक मार्गों पर भी जाम की स्थिति बन गई। वाहनों की रफ्तार पर सोमवार की दोपहर तक अंकुश लगा रहने की संभावना है।
कार्तिक मेला स्थल पर चौतरफा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है। लेकिन वीआईपी मार्ग खाली दिखाई पड़ रहा है। इस रास्ते से वीआईपी वाहनों को निकाला जा रहा है। इसके अलावा मेला स्थल को जाने वाले सभी मार्गों पर जाम लग गया है।
कार्तिक पूर्णिमा मेला स्थल को जाने वाले करीब आधा दर्जन रास्ते हैं। लेकिन सभी मार्ग धूल के गुबार में तब्दील हो रहे हैं। मुख्य मेले मार्ग पर लोगों को धूल का सामना करना पड़ रहा है। जिससे आंखों में दिक्कत और सांस लेने में भी परेशानी हो रही है। वाहन पार्किंग फुल होने के कारण सड़कों पर लोगों को वाहन खड़े करने पड़े, जिससे जाम की स्थिति बनी रही।