जनपद हापुड़ में त्योहारों में आलू के दाम 100 रुपये तक बढ़े हैं, पांच दिन के अंदर ही किसानों ने शीतगृहों से 70 फीसदी से अधिक आलू की निकासी कर बाजार में बेच दिया है। शीतगृहों को खाली करने की तिथि अब नजदीक है, उद्यान विभाग ने चौथा नोटिस दे दिया है।
जिले में बड़े पैमाने पर आलू की खेती होती है। इस साल 1.80 लाख मीट्रिक टन आलू का उत्पादन हुआ था। हालांकि इस बार बाजार अच्छा नहीं रहा। दाम बढ़ने की आस में किसान अब तक शीतगृहों में आलू को रखे हुए हैं। जबकि नए आलू के भंडारण की तैयारियां शीतगृहों में शुरू हो गई हैं, 30 नवंबर तक भंडारण खाली करने के आदेश उद्यान विभाग से मिल चुके हैं।
दिवाली व छठ पूजा समेत अन्य त्योहारों के चलते आलू के दामों में कुछ उछाल आया है। चिप्सोना आलू करीब दस दिन पहले 550 रुपये तक कट्टा बिक रहा था। लेकिन अब इसके दाम 650 रुपये तक पहुंच गए हैं। रेट अधिक नहीं हैं, लेकिन महीनों बाद बढ़े हैं। 20 हजार मीट्रिक टन आलू की निकासी कर, बाजार में बेच के बाद अभी भी 30 मीट्रिक टन आलू भंडारित है, जिसकी निकासी भी शुरू हो गई है।
जिला उद्यान अधिकारी डॉ. हरित कुमार- ने बताया की शीतगृहों में नए आलू के भंडारण की तैयारियां शुरू कर देने के संबंध में आदेशित किया गया है। 70 फीसदी से अधिक आलू की निकासी हो चुकी है।