जनपद हापुड़ में सुबह और शाम टहलना सेहत के लिए लाभदायक होता है, लेकिन यही लाभकारी हवा अब सेहत के लिए खतरनाक हो गई है। सुबह और शाम की हवा में प्रदूषण की मात्रा अत्यधिक पाई गई है। ऐसे में सैर करना खतरे से खाली नहीं है। मंगलवार को एक्यूआई 290 दर्ज किया गया। दो दिन में करीब 70 अंक की बढ़ोतरी हुई है।
दिवाली के बाद से जिले की आबोहवा खराब है। कुछ दिन राहत के बाद अब पिछले तीन दिनों से लगातार प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना हुआ है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से पूर्व में नियमों को तोडने पर कुछ जुर्माना जरूर किया गया। लेकिन अब न तो प्रशासन और न ही प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से कार्य हो रहा है।
डॉ. जीवोत्तम नारंग ने बताया कि ठंड का असर अब सांस के मरीजों पर दिखने लगा है। मरीज सांस फूलने की शिकायत के साथ आ रहे हैं, जबकि अन्य मरीजों में सीओपीडी और दमा के मरीज शामिल हैं। कुछ दिनों से सुबह-शाम की हवा लोगों के लिए खतरनाक, जहरीली बनी हुई है। हापुड़ में सुबह शाम का एक्यूआई 350 के आसपास बना हुआ है। मंगलवार को एक्यूआई 290 दर्ज किया गया।
नगर पालिका हापुड़ क्षेत्र में सैकड़ों भवनों का निर्माण चल रहा है, यहां किसी प्रकार की निगरानी नहीं है। खुले में निर्माण सामग्री पड़ी हुई है और सुबह से ही इसका उठान शुरू हो जाता है। सड़कों पर धूल उड़ाते हुए वाहन दौड़ रहे हैं। सड़कों पर उड़ धूल रही है, छिड़काव भी नहीं हो रहा हैं।
स्टेशन इंचार्ज प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सलमान राणा- ने बताया की सुबह शाम की हवा की गुणवत्ता दिन भर की हवा से अधिक खराब है। इसका मुख्य कारण सुबह शाम के समय में कोहरे और धुंध की दस्तक हो चुकी है। इसी के कारण सुबह शाम में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है।