हापुड़ में धनतेरस, दिवाली के बाद अब बाजार देवोत्थान एकादशी को लेकर गुलजार हो गए हैं। 23 नवंबर को देवोत्थान पर अनबूझ साये में हापुड़ में भी बैंडबाजे की गूंज सुनाई देगी। देवोत्थान एकादशी पर ढाई सौ जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। बाजार में भी करोड़ों रुपये का व्यापार होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
इस बार 23 नवंबर को देवोत्थान एकादशी है। दीपावली के बाद शादियों का सीजन भी शुरू हो जाता है। देवोत्थान पर अनबूझ शादियां होती है। देवोत्थान को लेकर हापुड़ में भी मैरिज होम, धर्मशाला व बैंक्वट हॉल को बुक कराया गया है। इस कारोबार से जुड़े लोगों की माने तो हापड में भी सैकड़ों शादियां होने की उम्मीद है।
शादियों के सीजन को लेकर बाजार भी सजकर तैयार हैं। वर वधु के श्रृंगार के सामान के साथ कपड़ों की भी खूब खरीदारी होने लगी है। शादियों को लेकर दोपहिया व चार पहिया वाहनों की सेल भी बढ़ी है। इसको लेकर हापुड़ में भी काफी वाहनों की बुकिंग हुई है। इससे एजेंसी संचालक भी गदगद हैं।
सराफ कारोबारी अमित शर्मा सराफ ने बताया कि शादियों को लेकर लोग सोने-चांदी के आभूषणों की खरीदारी कर रहे हैं। बैंक्वेट हॉल संचालक प्रशांत कुमार ने बताया कि 23 दिसंबर से देवोत्थान एकादशी के साथ ही शादियों का सीजन शुरू हो रहा है। जिले में इस दिन ढाई सौ से अधिक शादियां होंगी।
पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि 23 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के साथ शहनाई की गूंज शुरू हो जाएगी। लेकिन नवंबर और दिसंबर में इस बार महज दस दिन शादियों के लिए शुभ मुहूर्त रहेगा। नवंबर में 23, 24, 27, 28, 29 और दिसंबर में 3, 4, 7, 8, 9 तक शुभ मुहूर्त है। 15 दिसंबर से धनु की संक्रांति लग जाएगी, जिसमें विवाह आदि शुभ काय वर्जित बताए गए हैं। इसके बाद 17 जनवरी 2024 से विवाह मुहूर्त आरंभ होंगें।