जनपद हापुड़ में आम नागरिक को कभी प्याज के भाव रुलाते हैं तो कभी टमाटर लाल होने से रसोई का बजट बिगड़ जाता है। अभी फिर से टमाटर के दाम में डेढ़ गुना वृद्धि हुई है और बाजार में टमाटर की कीमत 60 रुपए किलो तक पहुंच गई.है। ऐसे में आम आदमी की थाली से प्याज के बाद टमाटर भी गायब होने लगा है।
मानसून के सीजन में हर साल सब्जियों के दामों में तेजी देखी जाती है। लेकिन इस वर्ष हर माह किसी न किसी सब्जी के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ रहा है। करीब तीन माह पहले टमाटर दो सौ रुपये प्रतिकिलो से अधिक पहुंच गया था। कुछ दिन बाद बाजार में आवक बढ़ने से दामों में गिरावट होने से लोगों को राहत मिली।
इसके बाद पिछले माह प्याज के बढ़े दामों ने लोगों के आंसू निकाल दिए। एक सप्ताह में ही दाम दोगुना तक पहुंचकर 70 रुपये किलो तक पहुंच गए थे, लेकिन इस माह थोड़ी राहत मिली और फिलहाल दाम 60 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से बिक रहा है। लेकिन इस माह टमाटर महंगा होने लगा है और पिछले एक सप्ताह में टमाटर के दाम डेढ़ गुना तक बढ़ गए हैं।
पिछले सप्ताह टमाटर के दाम क़रीब डेढ़ गुना बढ़ गए हैं। फुटकर बाजार में 40 रुपये प्रतिकिलो तक बिकने वाला देशी टमाटर बढ़कर 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। वहीं 25 रुपये प्रतिकिलो बिकने वाला हाईब्रिड टमाटर अब 40 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से बिक रहा है।
सब्जी विक्रेता किशोर कुमार ने बताया कि क्षेत्र में फसल का उत्पादन कम होने से आवक घट गई है, जिस कारण आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र जैसे बाहरी राज्यों से टमाटर की आवक होने से टमाटर के दामों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।