हापुड़ मोदीनगर (गाजियाबाद)। आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने भोजपुर के कस्बा फरीदनगर में रविवार की रात दबिश देकर वेल्डिंग का काम करने वाले युवक रियाजुद्दीन को हिरासत में ले लिया। एटीएस को जानकारी मिली थी कि फरीदपुर के वेल्डर के खाते में पाकिस्तान से 70 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए। खाता बिहार के पश्चिमी चंपारण के निवासी इजहारुल के मोबाइल नंबर से लिंक था। इजहारुल ही खाते को ऑपरेट कर रहा था। उसके तार उत्तर प्रदेश में हाल में ही पकड़े गए सात आतंकियों से जुड़े होने की आशंका है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आतंकियों की गिरफ्तारी के मामले में चल रही तफ्तीश के दौरान ही एटीएस को इसकी जानकारी मिली। रियाजुद्दीन ने अपना बैंक खाता इजहारुल को किराये पर दे रखा था। उसे एक महीने का किराया एक लाख रुपये मिला। एटीएस की टीम उसे अपने साथ नोएडा ले गई है। उससे पूछताछ की जा रही है।
आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद जिस तरह नई जानकारी मिल रही हैं, इससे माना जा रहा है कि कड़ी से कड़ी जोड़कर एटीएस जल्द ही बड़ा खुलासा कर सकती है। पिछले मामलों में ऐसा खुलासा हो चुका है कि पाकिस्तान से इस तरह खाते में रकम आतंकियों की मदद करने और स्लीपर सेल तैयार करने के लिए दी जाती है। हालांकि, इस मामले की सच्चाई सामने आना अभी बाकी है। एटीएस ने रिजायुद्दीन के परिवार के सदस्यों के बैंक खातों की डिटेल भी जुटाई है।रियाजुद्दीन तीन भाइयों में सबसे छोटा है और वह पिलखुवा में वेल्डिंग का काम करता है। वह काफी समय से परिवार सहित पिलखुवा में ही रह रहा है।
गाजियाबाद डीसीपी ग्रामीण विवेकचंद यादव- ने बताया कि एटीएस रविवार रात रियाजुद्दीन को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। रियाजुद्दीन के बैंक खाते में विदेशी फंडिंग की बात सामने आई है।