जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारी को लेकर प्रशासनिक अधिकारी पथ प्रकाश व्यवस्था, अस्थाई सड़क और फसल कटान का कार्य में भले ही जुटे हुए हैं। सात दिन बाद मेला शुरू होगा, जिसमे श्रद्धालुओं का आवागमन बढ़ेगा। भीड़ बढ़ने के दौरान काफी परेशानिया होगी, लेकिन अभी तक स्नान घाट तैयार नहीं हुए हैं।
खादर मेला स्थल पर अस्थाई घाटों के निर्माण कार्य में ढिलाई बरती जा रही है। जबकि गंगा स्नान के लिए ही मेला भरा जाता है, लेकिन अभी तक अस्थाई घाट के निर्माण का कार्य शुरु नहीं हो पाया है। प्रशासन के अनुसार 17 नवंबर से मेला भरना शुरु हो जाएगा, जिसमें अभी तक अस्थाई रास्ते, पथ प्रकाश व्यवस्था का कार्य ही हो पाया है।
लेकिन जो दो किलोमीटर की दूरी में 12 घाट बनाए जाने हैं, वह चालू नहीं हो पाया है। जो मेले के समय और भीड़ बढ़ने के दौरान सिर का दर्द बनेगा। अव्यवस्थाओं के बीच मेला शुरू न हो, इसके लिए जिलाधिकारी ने कई बार बैठक कर सख्ती से दिशा निर्देश दिए थे, उसके बावजूद भी मेले पर कई महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा- ने बताया की जल स्तर अधिक होने के कारण गंगा नदी कटान कर रही है, इस संबंध में सिंचाई विभाग के अधिकारी से वार्ता कर जलस्तर सामान्य कराकर घाटों का निर्माण शुरु कराया जाएगा।